नवीनतम लेख

मुझे झुँझनु में अगला जनम देना (Mujhe Jhunjhunu Me Agla Janam Dena)

मेरी भक्ति के बदले वचन देना,

मुझे झुँझनु में अगला जनम देना ॥


रोज़ मुझे दर पे बुलाती तू रहना,

हाथ मेरे सर पे फिराती तू रहना,

मेरी झोली में सेवा का धन देना,

मुझे झुँझनु में अगला जनम देना ॥


मंदिर तेरा मुक्ति का धाम दादी,

इतना सा करना बस एहसान दादी,

तेरी चौखट पे जीवन मरण देना,

मुझे झुँझनु में अगला जनम देना ॥


आँखों से आंसू बरसने लगे माँ,

सुनने को कान तरसने लगे माँ,

मेरे भजनों में इतना वजन देना,

मुझे झुँझनु में अगला जनम देना ॥


जिस चुनड़ी का देव गुणगान करते,

झुक झुक ‘बनवारी’ जिसे प्रणाम करते,

इसके आँचल में मुझको शरण देना,

मुझे झुँझनु में अगला जनम देना ॥


मेरी भक्ति के बदले वचन देना,

मुझे झुँझनु में अगला जनम देना ॥

अवध में छाई खुशी की बेला (Avadh Me Chhai Khushi Ki Bela)

अवध में छाई खुशी की बेला,
​अवध में छाई खुशी की बेला,

झुमर झलके अम्बा ना, गोरा गाल पे रे(Jhumar Jhalke Amba Na Gora Gaal Pe Re)

झूमर झलके अम्बा ना,
गोरा गाल पे रे,

शरण में आये हैं हम तुम्हारी (Sharan Mein Aaye Hain Hum Tumhari)

शरण में आये हैं हम तुम्हारी,
दया करो हे दयालु भगवन ।

कलयुग में फिर से आजा, डमरू बजाने वाले (Kalyug Mein Fir Se Aaja Damru Bajane Wale)

कलयुग में फिर से आजा,
डमरू बजाने वाले,

यह भी जाने