नवीनतम लेख

शंभू ये तेरी माया, कहीं है धूप कहीं है छाया(Shambhu Ye Teri M aya Kahin Hai Dhup Kahin Hai Chaya)

शंभू ये तेरी माया,

कहीं है धूप कहीं है छाया,

खुद तूने विष पिया,

औरो को अमृत पिलाया,

तेरे जैसा योगी,

ना मिला है ना पाया,

सांसें तब तक चलेगी,

जब तक रहेगा तेरा साया,

शम्भु ये तेरी माया,

कहीं है धूप कहीं है छाया ॥


तू अघोरी भस्म सनी तेरी काया,

त्रिशूल उठा के तांडव,

जब डमरू डमडमाया,

कांपी ये धरती जग घबराया,

अंबर थर थराया,

शम्भु ये तेरी माया,

कहीं है धूप कहीं है छाय ॥


औरो को दौलत बांटे,

खुद से दूर मोह माया,

सांसो में योगी,

योगी में संसार समाया,

शम्भु ये तेरी माया,

कहीं है धूप कहीं है छाया ॥


शंभू ये तेरी माया,

कहीं है धूप कहीं है छाया,

खुद तूने विष पिया,

औरो को अमृत पिलाया,

तेरे जैसा योगी,

ना मिला है ना पाया,

सांसें तब तक चलेगी,

जब तक रहेगा तेरा साया,

शम्भु ये तेरी माया,

कहीं है धूप कहीं है छाया ॥


माघ पूर्णिमा विशेष ज्योतिष उपाय

माघ पूर्णिमा का हिंदू धर्म में खास है। इस दिन भगवान विष्णु, मां लक्ष्मी और चंद्रदेव की पूजा की जाती हैं। इस दिन लोग व्रत करते हैं और सत्यनारायण व्रत कथा का पाठ करते हैं। इसके साथ ही चंद्रमा को अर्घ्य देते हैं।

शाबर मंत्र क्यों पढ़ने चाहिए?

शाबर मंत्र भगवान शिव की विशेष कृपा का प्रतीक हैं, जो मनुष्य की समस्याओं को सहजता से हल करने के लिए बनाए गए। ये मंत्र संस्कृत के कठिन श्लोकों के विपरीत, क्षेत्रीय भाषाओं और बोली में रचे गए हैं, जिससे हर कोई इन्हें आसानी से पढ़ और उपयोग कर सकता है।

कालाष्टमी व्रत 2024

हर महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर भगवान शिव के रौद्र रूप काल भैरव देव की विशेष पूजा की जाती है, जो साधकों को विशेष कार्य में सफलता और सिद्धि प्रदान करते हैं।

यह भी जाने