देख लिया संसार हमने देख लिया(Dekh Liya Sansar Hamne Dekh Liya)

देख लिया संसार हमने देख लिया,

सब मतलब के यार हमने देख लिया ।


तन निरोग धन जेब में जब तक,

मन से सेवा करोगे जब तक

मानेगा परिवार हमने देख लिया,

देख लिया संसार हमने देख लिया ।

देख लिया संसार हमने देख लिया ।


जिस जिस का विश्वास किया है,

उसने हमें निरास किया है

बनकर रिश्तेदार हमने देख लिया,

देख लिया संसार हमने देख लिया ।

देख लिया संसार हमने देख लिया ।


कही चोट लगजाये न तन को,

सभी समझते है निर्धन को

गिरती हुई दीवार हमने देख लिया,

देख लिया संसार हमने देख लिया ।

देख लिया संसार हमने देख लिया ।


प्रतिभा का कुछ मोल नहीं है,

सफल सिध्द अनमोल वही है

जिसका प्रबल प्रचार हमने देख लिया,

देख लिया संसार हमने देख लिया ।

देख लिया संसार हमने देख लिया ।


संतो का संदेश यही है

मूल मंत्र हरि ओम यही है

हरि सुमिरन है सार हमने देख लिया

देख लिया संसार हमने देख लिया ।

देख लिया संसार हमने देख लिया ।


देख लिया संसार हमने देख लिया,

सब मतलब के यार हमने देख लिया ।


........................................................................................................
विनायक चतुर्थी शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

भगवान गणेश को प्रथम पूज्य माना जाता है। विनायक चतुर्थी, उन्हीं को समर्पित एक त्योहार है। यह फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी के रूप में मनाया जाता है।

मेरी अखियाँ तरस रही, भोले का दीदार पाने को(Meri Akhiyan Taras Rahi Bhole Ka Didar Pane Ko)

मेरी अखियाँ तरस रही,
भोले का दीदार पाने को,

होली पर लक्ष्मी साधना के 10 उपाय

होली का त्योहार अत्यंत ही पावन माना जाता है, इस दौरान आप जो भी पूजा करते हैं वह सफल होती है, और भगवान का आशीर्वाद आपको मिल जाता है।

हे पुरुषोत्तम श्रीराम, करूणानिधान भगवान (Hai Purushottam Shri Ram Karuna Nidhan Bhagwan)

हे पुरुषोत्तम श्रीराम,
करूणानिधान भगवान ॥

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने