सुनो भवानी अरज हमारी, दया करो माँ कृपा करो माँ (Suno Bhawani Araj Hamari Daya Karo Maa Kripa Karo Maa)

सुनो भवानी अरज हमारी,

दया करो माँ कृपा करो माँ,

शरण में बैठे है माँ तुम्हारी,

दया करो माँ कृपा करो माँ ॥


ये अपना जीवन तेरी अमानत,

तू ही है जननी तू ही है पालक,

तेरे चरण के है हम पुजारी,

दया करो माँ कृपा करो माँ,

सुनों भवानी अरज हमारी,

दया करो माँ कृपा करो माँ ॥


कहे तुम्हे सब दया का सागर,

लुटा दो ममता गले लगाकर,

भुला दो सारी खता हमारी,

दया करो माँ कृपा करो माँ,

सुनों भवानी अरज हमारी,

दया करो माँ कृपा करो माँ ॥


तेरे सिवा हम किसे पुकारे,

ये नैन केवल तुम्हे निहारे,

तुम्ही पे आशा टिकी हमारी,

दया करो माँ कृपा करो माँ,

सुनों भवानी अरज हमारी,

दया करो माँ कृपा करो माँ ॥


जो ‘सोनू’ कर दे तू एक इशारा,

संवर ही जाए जनम हमारा,

मिटा दो बाधा माँ जग की सारी,

दया करो माँ कृपा करो माँ,

सुनों भवानी अरज हमारी,

दया करो माँ कृपा करो माँ ॥


सुनो भवानी अरज हमारी,

दया करो माँ कृपा करो माँ,

शरण में बैठे है माँ तुम्हारी,

दया करो माँ कृपा करो मा ॥

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राधे ब्रज जन मन सुखकारी(Radhe Braj Jan Man Sukhakari)

राधे ब्रज जन मन सुखकारी,
राधे श्याम श्यामा श्याम

जय जय गणपति गजानंद, तेरी जय होवे (Jai Jai Ganpati Gajanand Teri Jai Hove)

जय जय गणपति गजानंद,
तेरी जय होवे,

वैकुंठ धाम कहां है

वैकुण्ठ धाम एक ऐसा स्थान है जहां कर्महीनता नहीं है, निष्क्रियता नहीं है। कहते हैं कि मरने के बाद पुण्य कर्म करने वाले लोग स्वर्ग या वैकुंठ जाते हैं। सनातन धर्म में बैकुंठ धाम की बहुत चर्चा होती है।

महाशिवरात्रि के व्रती इन चीजों का रखें ध्यान

महाशिवरात्रि का व्रत हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह व्रत भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।

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