सुनो भवानी अरज हमारी, दया करो माँ कृपा करो माँ (Suno Bhawani Araj Hamari Daya Karo Maa Kripa Karo Maa)

सुनो भवानी अरज हमारी,

दया करो माँ कृपा करो माँ,

शरण में बैठे है माँ तुम्हारी,

दया करो माँ कृपा करो माँ ॥


ये अपना जीवन तेरी अमानत,

तू ही है जननी तू ही है पालक,

तेरे चरण के है हम पुजारी,

दया करो माँ कृपा करो माँ,

सुनों भवानी अरज हमारी,

दया करो माँ कृपा करो माँ ॥


कहे तुम्हे सब दया का सागर,

लुटा दो ममता गले लगाकर,

भुला दो सारी खता हमारी,

दया करो माँ कृपा करो माँ,

सुनों भवानी अरज हमारी,

दया करो माँ कृपा करो माँ ॥


तेरे सिवा हम किसे पुकारे,

ये नैन केवल तुम्हे निहारे,

तुम्ही पे आशा टिकी हमारी,

दया करो माँ कृपा करो माँ,

सुनों भवानी अरज हमारी,

दया करो माँ कृपा करो माँ ॥


जो ‘सोनू’ कर दे तू एक इशारा,

संवर ही जाए जनम हमारा,

मिटा दो बाधा माँ जग की सारी,

दया करो माँ कृपा करो माँ,

सुनों भवानी अरज हमारी,

दया करो माँ कृपा करो माँ ॥


सुनो भवानी अरज हमारी,

दया करो माँ कृपा करो माँ,

शरण में बैठे है माँ तुम्हारी,

दया करो माँ कृपा करो मा ॥

........................................................................................................
विजया एकादशी व्रत कथा 2025

हर महीने के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि पर भगवान विष्णु के निमित्त व्रत किया जाता है। फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को विजया एकादशी कहते हैं, जिसका हिंदू धर्म में विशेष महत्व है।

Subah Savere Lekar Tera Naam Prabhu (सुबह सवेरे लेकर तेरा नाम प्रभु)

सुबह सवेरे लेकर तेरा नाम प्रभु,
करते हैं हम शुरु आज का काम प्रभु ।

राम तुम्हारा नाम (Ram Tumhara Naam)

राम तुम्हारा नाम
सुखों का सार हुआ

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।