गणपति राखो मेरी लाज (Ganpati Rakho Meri Laaj)

गणपति राखो मेरी लाज,

गणपति राखो मेरी लाज,

पूरण करियो मेरे काज,

गणपति राखो मेरी लाज,

गणपति राखो मेरी लाज ।


सदा रहो खुशहाल,

गणपति लाल,

जो प्रथमें तुम्हे ध्याए,

रिद्धि सिद्धि के दाता,

भाग्यविधाता हो,

सब कुछ तुझसे पाएं,

विनती सुन लो, मेरी आज,

गणपति राखो मेरी लाज,

गणपति राखो मेरी लाज ।


गणपति राखो मेरी लाज,

गणपति राखो मेरी लाज,

पूरण करियो मेरे काज,

गणपति राखो मेरी लाज,

गणपति राखो मेरी लाज ।


जिसके सर पर हाथ हो,

तेरा नाथ,

उसे फिर कैसा डर है,

जपे जो तेरा नाम,

शुबह और शाम,

तो उसका नाम अमर है,

सब देवों के तुम सरताज़,

गणपति राखो मेरी लाज,

गणपति राखो मेरी लाज ।


गणपति राखो मेरी लाज,

गणपति राखो मेरी लाज,

पूरण करियो मेरे काज,

गणपति राखो मेरी लाज,

गणपति राखो मेरी लाज ।

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जहाँ राम की चर्चा होती, आता बजरंग बाला (Jahan Ram Ki Charcha Hoti Aata Bajrang Bala)

जहाँ राम की चर्चा होती,
आता बजरंग बाला,

करवा और उसके सात भाइयों की कथा

करवा चौथ के एक अन्य कथा के अनुसार एक समय में किसी नगर में एक साहूकार अपनी पत्नी 7 पुत्रों, 7 पुत्रवधुओं तथा एक पुत्री के साथ निवास करता था।

फुलेरा दूज का श्रीकृष्ण से संबंध

फुलेरा दूज का त्योहार फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है। यह दिन भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित होता है और धूमधाम से मनाया जाता है।

संकट के साथी को हनुमान कहते हैं(Sankat Ke Sathi Ko Hanuman Kahate Hain)

दुनिया के मालिक को भगवान कहते हैं
संकट के साथी को हनुमान कहते हैं॥

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