सुनो सुनो हनुमान जी, एक जरुरी काम जी: भजन (Suno Suno Hanuman Ji Ek Jaruri Kaam Ji)

सुनो सुनो हनुमान जी,

एक जरुरी काम जी,

राम प्रभु से करवा द्यो,

भगता की पहचान जी,

राम प्रभु से करवा द्यो,

भगता की पहचान जी ॥


राम प्रभु के दर पे थारो,

रोज ही आनो जानो है,

छोटो है काम म्हारो,

थाने ही पटवानो है,

थारा करा गुणगान जी,

अर्जी पे दो ध्यान जी,

राम प्रभु से करवा द्यो,

भगता की पहचान जी ॥


थे हो भगत श्री राम प्रभु का,

और भगत म्हे थारा जी,

राम प्रभु पे बने है बाबा,

थोड़ा हक़ तो म्हारा जी,

मानांगा अहसान जी,

पूरा करो अरमान जी,

राम प्रभु से करवा द्यो,

भगता की पहचान जी ॥


स्वारथ की है सारी दुनिया,

बात या म्हारे मतलब की,

कहे ‘पवन’ दरकार म्हाने,

इसीलिए थारी पड़गी,

जद निकले है प्राण जी,

मुक्ति देवे राम जी,

राम प्रभु से करवा द्यो,

भगता की पहचान जी ॥


सुनो सुनो हनुमान जी,

एक जरुरी काम जी,

राम प्रभु से करवा द्यो,

भगता की पहचान जी,

राम प्रभु से करवा द्यो,

भगता की पहचान जी ॥

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प्रदोष व्रत क्यों रखा जाता है?

हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का विशेष महत्व है। दरअसल, यह व्रत देवाधिदेव महादेव शिव को ही समर्पित है। प्रदोष व्रत हर माह में दो बार, शुक्ल और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को किया जाता है।

सोमवती अमावस्या शुभ मुहूर्त

अमावस्या की तिथि पितरों के तर्पण और उनकी पूजा-अर्चना के लिए शुभ मानी जाती है। जब अमावस्या किसी सोमवार को पड़ती है, तो इसे 'सोमवती अमावस्या' कहते हैं। सनातन धर्म में इस दिन का महत्व बहुत अधिक है।

राम नाम की लूट है (Ram Naam Ki Loot Hai)

श्री राम, जय राम, जय जय राम
श्री राम, जय राम, जय जय राम

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वृंदावन जाने को जी चाहता है,
राधे राधे गाने को जी चाहता है ।

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