होलिका दहन पर जरूर करें इन मंत्रों का जाप

होलिका दहन के दिन जरूर करें इन मंत्रों का जाप,घर में आएगी आपर समृद्धि और शांति


होलिका दहन हर साल होली के एक दिन पहले किया जाता है। ये दिन असत्य पर सत्य और भक्ति की जीत का प्रतीक है और इस दिन भगवान विष्णु के परम भक्त प्रह्लाद को याद किया जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार होलिका दहन की अग्नि में सारी चिंताएं जल जाती है, दुख का नाश होता है और अच्छाई का आशीर्वाद मिलता है। इसलिए ये त्योहार और भी खास हो जाता है। यदि आप इस दिन विधिवत रूप से पूजा कर मंत्र जाप करते हैं तो आपकी कई चिंताएं खत्म हो सकती हैं। आइए जानते हैं कुछ खास मंत्रों को ….



‘ॐ होलिकायै नमः’ 


‘ॐ होलिकायै नमः’ मंत्र का जाप बहुत ही गुणकारी है। यह जाप होलिका दहन के समय करना चाहिए जिससे देवी काली प्रसन्न होती हैं। इस मंत्र का जाप करके आप देवी काली के प्रचंड रूप की आराधना करते हैं जो शक्ति और करुणा का प्रतीक हैं। आइये जानते हैं इस मंत्र से मिलने वाले अपार आशीर्वाद के बारे में: 


  • यह जाप आपकी सभी मनोकामनाओं को पूरा करने में सहायक है। 
  • इस मंत्र के जाप से शत्रु नाश होता है। 
  • इस मंत्र का जाप बुरी नजर से रक्षा करने में आपका सहयोग करता है। 
  • होलिका दहन के दिन इसका जाप करने से आप राहु, केतु और शनि के प्रकोप से खुद को बचा सकते हैं।



होलिका दहन पर इस मंत्र से करें नकारात्मकता दूर


होलिका दहन के समय बुरी शक्तियों और खुद को सालभर नकारात्मकता से बचाने के लिए इस मंत्र का उच्चारण करें।

 

“ॐ उग्रं वीरं महाविष्णुं ज्वलंतं सर्वतोमुखम्। 
नृसिंहं भीषणं भद्रं मृत्यु मृत्युं नमाम्यहम्।” 



होलिका दहन के अन्य मंत्र


होलिका दहन पर इन मंत्रों का जाप बहुत ही शुभ माना जाता है। इससे आप धन, सुख, शांति और समृद्धि भी पा सकते हैं। आइए उन मंत्रो का उचारण जानें:  


  • ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः- यह मंत्र सुख, समृद्धि और धन लाभ के लिए है। 
  • ॐ गं गणपतये नम: - यह मंत्र सभी बाधाओं को दूर करने के लिए है। 
  • ॐ ह्रीं क्लीं नमः- होलिका दहन के समय इस मंत्र का जाप करने से बुरी नजर से रक्षा होती है।
  • ॐ नारायणाय विद्महे वासुदेवाय धीमहि तन्नो विष्णुः प्रचोदयात् - इस मंत्र के जाप से आप परेशानियों से मुक्त होते हैं और भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है।
  • असृक्पाभयसंत्रस्तैः कृता त्वं होलि बालिशैः, अतस्वं पूजयिष्यामि भूति-भूति प्रदायिनीम्- इस मंत्र के जाप से कभी अकाल मृत्यु और उसका डर खत्म होता है। 


........................................................................................................
नवरात्री का त्यौहार आया (Navratri Ka Tyohar Aaya)

नवरात्री का त्यौहार आया,
वैष्णो मैया ने हमको बुलाया ॥

कालाष्टमी पूजा का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व (Kalashtami Puja Ka Shubh Muhurt, Puja Vidhi Aur Mahatv)

आश्विन माह में इस दिन मनाई जा रही कालाष्टमी, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और इस दिन का महत्व

गुरू प्रदोष व्रत की पूजा विधि

प्रदोष व्रत सनातन धर्म में एक महत्वपूर्ण व्रत है, जो भगवान शिव की पूजा के लिए समर्पित है। हर महीने दो प्रदोष व्रत और पूरे साल में 24 व्रत होते हैं।

सफला एकादशी व्रत कैसे करें

साल में 24 एकादशी का व्रत रखा जाता है। ये सभी भगवान विष्णु को समर्पित होते है। एकादशी व्रत हर महीने के शुक्ल और कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि पर रखा जाता है, जो प्रत्येक माह में दो बार आती है।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।