शिवशंकर जी की आरती

सत्य, सनातन, सुंदर, शिव! सबके स्वामी ।

अविकारी, अविनाशी, अज, अंतर्यामी ॥

ॐ हर हर हर महादेव..॥


आदि अनंत, अनामय, अकल, कलाधारी ।

अमल, अरूप, अगोचर,अविचल अघहारी ॥

ॐ हर हर हर महादेव..॥


ब्रह्मा, विष्णु, महेश्वर, तुम त्रिमूर्तिधारी ।

कर्ता, भर्ता, धर्ता, तुम ही संहारी ॥

ॐ हर हर हर महादेव..॥


रक्षक, भक्षक, प्रेरक, तुम औघड़दानी ।

साक्षी, परम अकर्ता, कर्ता अभिमानी ॥

ॐ हर हर हर महादेव..॥


मणिमय भवन निवासी, अति भोगी, रागी ।

सदा मसान बिहारी, योगी वैरागी ॥

ॐ हर हर हर महादेव..॥


छाल, कपाल, गरल, गल, मुंडमाल व्याली ।

चिताभस्म तन, त्रिनयन, अयन महाकाली ॥

ॐ हर हर हर महादेव..॥


प्रेत-पिशाच, सुसेवित, पीत जटाधारी ।

विवसन, विकट रूपधर, रुद्र प्रलयकारी ॥

ॐ हर हर हर महादेव..॥


शुभ्र, सौम्य, सुरसरिधर, शशिधर, सुखकारी ।

अतिकमनीय, शान्तिकर, शिव मुनि मन हारी ॥

ॐ हर हर हर महादेव..॥


निर्गुण, सगुण, निरंजन, जगमय नित्य प्रभो ।

कालरूप केवल, हर! कालातीत विभो ॥

ॐ हर हर हर महादेव..॥


सत-चित-आनँद, रसमय, करुणामय, धाता ।

प्रेम-सुधा-निधि, प्रियतम, अखिल विश्व-त्राता ॥

ॐ हर हर हर महादेव..॥


हम अति दीन, दयामय! चरण-शरण दीजै ।

सब विधि निर्मल मति कर, अपना कर लीजै ॥

ॐ हर हर हर महादेव..॥


कैलाशवासी, गंगाधर, पार्वतीपति, भक्तवत्सल भगवान श्रीशिवशम्भू की जय 

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फरवरी 2025 में इष्टि कब है

इष्टि यज्ञ वैदिक काल के प्रमुख अनुष्ठानों में से एक है। संस्कृत में ‘इष्टि’ का अर्थ ‘प्राप्ति’ या ‘कामना’ होता है। यह यज्ञ विशेष रूप से मनोकामना पूर्ति और जीवन में समृद्धि लाने के उद्देश्य से किया जाता है।

भगवान शिव की पूजा विधि

चाहे सावन का कोई विशेष सोमवार हो या शिवरात्रि या फिर कोई अन्‍य व्रत या त्योहार शिव की विधि पूर्वक की गई पूजा विशेष फलदायी होती है।

किस दिन रखा जाएगा माघ माह का प्रदोष व्रत?

जनवरी महीने का दूसरा प्रदोष व्रत सोमवार, 27 जनवरी को मनाया जाएगा। माघ मास में आने वाला यह पावन पर्व भगवान शिव के भक्तों के लिए विशेष महत्व रखता है। इस बार का प्रदोष व्रत अनेक शुभ योगों से युक्त होने के कारण भक्तों के जीवन में खुशहाली और समृद्धि लाने वाला सिद्ध होगा।

सब देव चले महादेव चले(Sab Dev Chale Mahadev Chale)

सब देव चले महादेव चले,
ले ले फूलन के हार रे,

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