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आपने अपना बनाया मेहरबानी आपकी (Aapne Apna Banaya Meharbani Aapki)

आपने अपना बनाया मेहरबानी आपकी,

हम तो इस काबिल ही ना थे,

ये कदर दानी आपकी,

आपने अपना बनाया मेहरबानी आपकी॥


मैं तो तुम से हर तरह,

होकर अलग भागा रहा,

इस जहाँ के दौर मैं,

अटका रहा भटका रहा,

लगा लिया मुझको गले से,

ये रवानी आपकी,

आपने अपना बनाया मेहरबानी आपकी॥


कहाँ है तू और कहाँ हूँ मैं,

ये मिलना भी क्या हो सकता था,

कर कर गुनाह इस तमाश गाहे आलम मैं,

मैं भटका रहा,

बे-सबब हो गई ये रेहमतानी आपकी,

आपने अपना बनाया मेहरबानी आपकी॥


अब तो प्यारे आपके कदमों पे

सर को मैंने रख दिया,

हम इनायत हम नवाजिश,

इस करम का शुक्रिया,

तुम हमारे हम तुम्हारे,

ये जिंदगानी आपकी,

आपने अपना बनाया मेहरबानी आपकी॥


बरसो से उजड़ा पड़ा था,

मेरे दिल का ये चमन,

उजड़ी बगिया खिल उठी,

जब हो गया तेरा आगमन,

आप ने जो गुल खिलाया,

मेहरबानी आपकी,

आपने अपना बनाया मेहरबानी आपकी॥


आपने अपना बनाया मेहरबानी आपकी,

हम तो इस काबिल ही ना थे,

ये कदर दानी आपकी,

आपने अपना बनाया मेहरबानी आपकी॥

आए मैया के नवराते (Aaye Maiya Ke Navrate)

आए मैया के नवराते,
हो रहे घर घर में,

धरती गगन में होती है (Dharti Gagan Mein Hoti Hai)

धरती गगन में होती है,
तेरी जय जयकार ॥

होली की पूजा विधि और सामग्री

होली का पर्व हर साल फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। यह त्योहार रंगों के साथ-साथ धार्मिक अनुष्ठानों का भी प्रतीक है। होलिका दहन से पहले पूजा करने की परंपरा सदियों से चली आ रही है।

कब सुधि लोगे मेरे राम (Kab Sudhi Loge Mere Ram)

कब सुधि लोगे मेरे राम,
मैं तो नैन बिछाई तेरी राह में,

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