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आये नवरात्रे मैया, उपकार कीजिय (Aaye Navratre Maiya, Upkar Kijiye)

अब करके दया,

हम बच्चों का उद्धार कीजिये,

आये नवरात्रे मैया,

उपकार कीजिये,

अब करके दया,

हम बच्चों का उद्धार कीजिये ॥


माँ सिंह सवारी करके,

अब जल्दी से आ जाओ,

हर घर में ज्योतावाली,

खुशियों के दीप जलाओ,

हम दीनो पर,

ममता की बौछार कीजिये,

अब करके दया,

हम बच्चों का उद्धार कीजिये ॥


हम बालक मेहरावाली,

हमें अपने गले लगाओ,

परिवार पे हम बच्चो के,

अपनी ये मेहर बरसाओ,

मझधार पड़ी,

जो नैया वो भव पार कीजिये,

अब करके दया,

हम बच्चों का उद्धार कीजिये ॥


धन दौलत सोना चांदी,

महलों की चाह नहीं है,

हर पल सेवा मैं रहूं बस,

मेरे मन आस यही है,

इस ‘अमन’ की इतनी,

अर्ज़ी माँ स्वीकार कीजिये,

अब करके दया,

हम बच्चों का उद्धार कीजिये ॥


अब करके दया,

हम बच्चों का उद्धार कीजिये,

आये नवरात्रे मैया,

उपकार कीजिये,

अब करके दया,

हम बच्चों का उद्धार कीजिये ॥

मैं तो संग जाऊं बनवास, स्वामी (Main Too Sang Jaun Banwas)

मैं तो संग जाऊं बनवास
मैं तो संग जाऊं बनवास

सोमवती अमावस्या पर पितृ चालीसा का पाठ

साल 2024 की पौष माह की अमावस्या सोमवार, 30 दिसंबर को पड़ रही है। यह साल 2024 की आखिरी अमावस्या होने वाली है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस तिथि पर भगवान शिव की पूजा का विधान है।

भोले की किरपा, जिस पर भी रहती है (Bhole Ki Kripa Jis Par Bhi Rahti Hai)

भोले की किरपा,
जिस पर भी रहती है,

भीष्म अष्टमी के अचूक उपाय

हर साल माघ महीने में भीष्म अष्टमी मनाई जाती है। इसे एकोदिष्ट श्राद्ध भी कहा जाता है। एकोदिष्ट श्राद्ध कोई भी व्यक्ति कर सकता है। एकोदिष्ट श्राद्ध करने से पूर्वजों को मोक्ष की प्राप्ति होती है।

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