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बालाजी के चरणों में ये काम कर दिया (Balaji Ke Charno Mein Ye Kaam Kar Diya)

बालाजी के चरणों में ये काम कर दिया,

एक दिल था वो भी इनके नाम कर दिया ॥


कबसे थी तलाश मुझे इनके प्यार की,

आज घडी मिट गई है इंतज़ार की,

इनका नाम लेना सुबह शाम कर दिया,

मैंने इनका नाम लेना सुबह शाम कर दिया,

एक दिल था वो भी इनके नाम कर दिया ॥


तुम मेरे रहो ये मेरी आरज़ू रहे,

पूजता तुम्हे ही रहूं जुस्तुजू रहे,

मन को मैंने अपना गुलाम कर दिया,

एक दिल था वो भी इनके नाम कर दिया ॥


मेरे मुस्कुराने की वजह तुम तो हो,

मेरे दिल के हर आईने में तुम तो हो,

अब तो इस जुबां पे राम राम कर दिया,

मैंने अब तो इस जुबां पे राम राम कर दिया,

एक दिल था वो भी इनके नाम कर दिया ॥

मैं लाडली शेरोवाली की: भजन (Main Ladli Sherowali Ki)

मैं कितना अधम हूँ,
ये तुम ही जानो,

नाग स्तोत्रम् (Nag Stotram)

ब्रह्म लोके च ये सर्पाःशेषनागाः पुरोगमाः।

जय बजरंगी बोले, वो कभी ना डोले (Jay Bajrangi Bole Vo Kabhi Na Dole)

बोले बोले रे जयकारा,
जो बाबा का बोले,

बसंत पंचमी पर गुलाल क्यों चढ़ाते हैं?

हिंदू पंचांग के अनुसार बसंत पंचमी का पर्व माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। कहते हैं कि इस दिन विद्या की देवी मां सरस्वती का जन्म हुआ था, इसलिए इस दिन सरस्वती पूजा की जाती है। इस साल बसंत पंचमी 2 फरवरी को मनाई जाएगी।

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