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आए मैया के नवराते (Aaye Maiya Ke Navrate)

आए मैया के नवराते,

हो रहे घर घर में,

हो रहे घर घर में जगराते,

रिझाते मैया को,

रिझाए मैया को झूमते गाते,

गूंज रही भक्तो की,

गूंज रही भक्तो की जय जयकार,

सजा है माता का,

सजा है माता का दरबार ॥


बुलावा जब जब भवन से आए,

भेज के चिठियाँ ओए,

भेज के चिठियाँ मात बुलाए,

नंगे पाओं ओए,

नंगे पाओं चलके जाएँ,

भेंटे लेके ओए,

भेंटे लेके खड़े है द्वार,

मैया दर्शन दो,

मैया दर्शन दो सिंह सवार ॥


माँ का कोई है पार ना पाया,

रूप धर कन्या का,

रूप धर कन्या का महामाया,

दुखड़ा भक्तो का,

दुखड़ा भक्तो का मात मिटाया,

करे कन्याओ का,

करे कन्याओ का जो सत्कार,

भवानी करती बेडा पार ॥


वैष्णो माँ की महिमा भारी,

हरेगी ‘लख्खा’ चिंताए सारी,

शेरोवाली की,

जोतावाली की,

मेहरावाली की,

अम्बे रानी की,

तारनहारी हारी माँ,

‘सरल’ चल चलिए ओय,

‘सरल’ चल चलिए ओय एक बार,

खुलेंगे खुशियों के,

खुलेंगे खुशियों के फिर द्वार ॥


आए मैया के नवराते,

हो रहे घर घर में,

हो रहे घर घर में जगराते,

रिझाते मैया को,

रिझाए मैया को झूमते गाते,

गूंज रही भक्तो की,

गूंज रही भक्तो की जय जयकार,

सजा है माता का,

सजा है माता का दरबार ॥

भर दे सभी की झोली, मेहंदीपुर वाले बाला (Bharde Sabhi Ki Jholi Mehndipur Wale Bala)

भर दे सभी की झोली,
मेहंदीपुर वाले बाला,

पौष पूर्णिमा 2025

सनातन धर्म में पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व है। इस दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा- अर्चना करने का विधान है। इस दिन से प्रयागराज में कल्पवास शुरू किया जाता है, इस दिन व्रत, स्नान दान करने से मां लक्ष्मी और विष्णु जी बेहद प्रसन्न होते हैं।

राम नाम का प्याला प्यारे, पि ले सुबहो शाम(Ram Naam Ka Pyala Pyare Pi Le Subaho Sham)

राम नाम का प्याला प्यारे,
पि ले सुबहो शाम,

Satyanarayan Bhagwan Ki Katha (सत्यनारायण कथा)

एक समय नैमिषीरण्य तीर्थ में शौनकादि 88 हजार ऋषियों ने श्री सूत जी से पूछा हे प्रभु! इस कलयुग में वेद-विद्या रहित मनुष्यों को प्रभु भक्ति किस प्रकार मिलेगी तथा उनका उद्धार कैसे होगा।