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वृन्दावन के ओ बांके बिहारी (Vrindavan Ke O Banke Bihari )

वृन्दावन के ओ बांके बिहारी,

हमसे पर्दा करो ना मुरारी ॥


हम तुम्हारे पराये नही है,

गैर के दर पे आये नहीं है,

हम तुम्हारे पुराने पुजारी,

हम तुम्हारे पुराने पुजारी,

हमसे पर्दा करो ना मुरारी,

वृन्दावन के ओ बांके बिहारी ॥


हरिदास के राज दुलारे,

नन्द यशोदा की आँखों के तारे,

राधा जू के सांवरे गिरधारी,

राधा जू के सांवरे गिरधारी,

हमसे पर्दा करो ना मुरारी,

वृन्दावन के ओ बांके बिहारी ॥


बंद कमरों में रुक ना सकोगे,

लाख पर्दो में छुप ना सकोगे,

तुमको हर ओर हम है व्यापारी,

तुमको हर ओर हम है व्यापारी,

हमसे पर्दा करो ना मुरारी,

वृन्दावन के ओ बांके बिहारी ॥


वृन्दावन के ओ बांके बिहारी,

हमसे पर्दा करो ना मुरारी ॥

राम जन्मभूमि पर जाकर, जीत के दीप जलाएंगे (Ram Janmabhoomi Par Jakar Jeet Ke Deep Jalayenge)

राम जन्मभूमि पर जाकर,
जीत के दीप जलाएंगे,

पहली मासिक कृष्ण जन्माष्टमी 2025

सनातन हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिए मासिक कृष्ण जन्माष्टमी बहुत ही खास और पवित्र पर्व माना जाता है। यह दिन जगत के पालनकर्ता भगवान विष्णु के आठवें अवतार भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित है।

जन्मे जन्मे कृष्ण कन्हाई, बधाई दे दे री मैया (Janme Janme Krishna Kanhai Badhai De De Ri Maiya)

जन्मे जन्मे कृष्ण कन्हाई,
बधाई दे दे री मैया,

भोले बाबा तेरे दरबार में जो आते हैं (Bhole Baba Tere Darbar Mein Jo Aate Hai)

भोले बाबा तेरे दरबार में जो आते है ॥

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