नवीनतम लेख

छठ पूजा: मारबो रे सुगवा (Marbo Re Sugwa Dhanukh Se Chhath Puja Song)

ऊ जे केरवा जे फरेला खबद से,

ओह पर सुगा मेड़राए।

मारबो रे सुगवा धनुख से,

सुगा गिरे मुरझाए ।


ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से,

आदित होई ना सहाय ॥


ऊ जे नारियर जे फरेला खबद से,

ओह पर सुगा मेड़राए ।

मारबो रे सुगवा धनुख से,

सुगा गिरे मुरझाए ।


ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से,

आदित होई ना सहाय ॥


अमरुदवा जे फरेला खबद से,

ओह पर सुगा मेड़राए ।

मारबो रे सुगवा धनुख से,

सुगा गिरे मुरझाए ।


ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से,

आदित होई ना सहाय ॥


शरीफवा जे फरेला खबद से,

ओह पर सुगा मेड़राए ।

मारबो रे सुगवा धनुख से,

सुगा गिरे मुरझाए ।


ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से,

आदित होई ना सहाय ॥


ऊ जे सेववा जे फरेला खबद से,

ओह पर सुगा मेड़राए ।

मारबो रे सुगवा धनुख से,

सुगा गिरे मुरझाए ।


ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से,

आदित होई ना सहाय ॥


सभे फलवा जे फरेला खबद से,

ओह पर सुगा मेड़राए ।

मारबो रे सुगवा धनुख से,

सुगा गिरे मुरझाए ।


ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से,

आदित होई ना सहाय ॥

ओम अनेक बार बोल (Om Anek Bar Bol Prem Ke Prayogi)

ओम अनेक बार बोल, प्रेम के प्रयोगी।
है यही अनादि नाद, निर्विकल्प निर्विवाद।

जबलपुर में काली विराजी है(Jabalpur Mein Kali Viraji Hai)

जबलपुर में काली विराजी है,
तरसे मोरी अंखियां,

आओ विनायक म्हारे, आंगणिये पधारो (Aao Vinayak Mhare Aanganiye Padharo)

आओ विनायक म्हारे,
आंगणिये पधारो,