नवीनतम लेख

छठ पूजा: पटना के घाट पर (Patna Ke Ghat Par Chhath)

पटना के घाट पर,

हमहु अरगिया देब,

हे छठी मइया,

पटना के घाट पर,

हमहु अरगिया देब,

हे छठी मइया,

हम ना जाइब दूसर घाट,

देखब ऐ छठी मइया,

हम ना जाइब दूसर घाट,

देखब ऐ छठी मइया ॥


सूप लेले ठाड़ बाड़े,

डोम डोमिनिया,

देखब ऐ छठी मैया,

ओरि सुपे अरग देवाइब,

देखब हे छठी मइया ॥


फूल लेले ठाड़ बाड़े,

मलिन मलिनिया,

देखब हे छठी मइया,

ओहि फुले हारवा गोथाइब,

देखब हे छठी मइया ॥


केला सेब नरियल किने,

गइनी हम बजरिया,

देखब हे छठी मइया,

ओहि जगह होता देरिया,

देखब हे छठी मइया ॥


भूल चूक हमरी मइया,

राखब धिआनिया,

देखब हे छठी मइया,

हमरो अरगिया देहब मान,

देखब हे छठी मइया ॥


पटना के घाट पर,

हमहु अरगिया देब,

हे छठी मइया,

हम ना जाइब दूसर घाट,

देखब ऐ छठी मइया ॥


हम ना जाइब दूसर घाट,

देखब ऐ छठी मइया ॥


हम ना जाइब दूसर घाट,

देखब ऐ छठी मइया ॥


हम ना जाइब दूसर घाट,

देखब ऐ छठी मइया ॥

आरती भगवान गिरिधारी जी की ( Aarti Bhagwan Giridhari Ji Ki)

जय श्री कृष्ण हरे, प्रभु जय जय गिरधारी।
दानव-दल बलिहारी, गो-द्विज हित कारी॥

कार्तिक पूर्णिमा पर राशि योग

कार्तिक पूर्णिमा में व्रत और पूजा-पाठ बहुत ही शुभ होते हैं। इस वर्ष यह व्रत 15 नवंबर 2024 को है। कार्तिक मास में शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि में विशेष पूजा करने और स्नान-दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है।

महाकाल की बारात में (Mahakal Ki Barat Mein)

डम ढोल नगाड़ा बाजे,
झन झन झनकारा बाजे,

बुधवार व्रत की प्रामाणिक-पौराणिक कथा (Budhvaar Vrat Ki Praamaanik-Pauraanik Katha)

समतापुर नगर में मधुसूदन नामक एक व्यक्ति रहता था। वह बहुत धनवान था। मधुसूदन का विवाह बलरामपुर नगर की सुंदर लड़की संगीता से हुआ था।