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बंसी बजा के मेरी निंदिया चुराई (Bansi Bajake Meri Nindiya Churai)

बंसी बजा के मेरी निंदिया चुराई,

लाडला कन्हैया मेरा कृष्ण कन्हाई,

कुञ्ज गली में ढूंढें तुम्हे राधा प्यारी,

कहाँ गिरधारी मेरे कहाँ गिरधारी ॥


आँख मिचौली काहे खेले तु कान्हा,

पलके बिछाए बैठी तेरी में राधा,

काश में तेरी बन जाती बंसुरिया,

अधरों से तेरे लग जाती में सांवरिया,

नैना निहारे पन्थ आओ मुरारी,

कहाँ गिरधारी मेरे कहाँ गिरधारी ॥


याद जो आये मोहे पल महारास के,

थिरके पायलिया मृदंग ताल पे,

जितनी गोपिया उतने गोविन्दा,

कण कण में हे जेसे भगवंता,

पल ना पड़े अब कान्हा पल पल भारी,

कहाँ गिरधारी मेरे कहा गिरधारी ॥


बंसी बजा के मेरी निंदिया चुराई,

लाडला कन्हैया मेरा कृष्ण कन्हाई,

कुञ्ज गली में ढूंढें तुम्हे राधा प्यारी,

कहाँ गिरधारी मेरे कहाँ गिरधारी ॥

परिवर्तनी एकादशी व्रत 2024: इस व्रत को करने से मिलता है वाजपेय यज्ञ के समान फल, जानें क्या है परिवर्तनी एकादशी व्रत के नियम

सनातन परंपरा के अनुसार परिवर्तनी एकादशी व्रत का बहुत अधिक महत्व माना जाता है।

सोमवती अमावस्या व्रत कथा

अमावस्या का हिंदू धर्म में खास महत्व होता है। सोमवार को पड़ने की वजह से इस अमावस्या को सोमवती अमावस्या के नाम से जाना जाता है। इस दौरान पितरों की पूजा होती है। दिसंबर माह में सोमवती अमावस्या सोमवार, 30 दिसंबर 2024 को है।

मैं हर दिन हर पल हर लम्हा, माँ ज्वाला के गुण गाता हूँ (Main Har Din Har Pal Har Lamha Maa Jwala Ke Gun Gata Hu)

मैं हर दिन हर पल हर लम्हा,
माँ ज्वाला के गुण गाता हूँ,

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