नवीनतम लेख

भोले बाबा तेरे दरबार में जो आते हैं (Bhole Baba Tere Darbar Mein Jo Aate Hai)

भोले बाबा तेरे दरबार में जो आते है ॥


दोहा 

 तेरा ही नाम सुनकर बाबा,

आया हूँ दूर से,

झोली मेरी को भर दो बाबा,

अपने ही नूर से ॥


जहाँ जिक्र भोलेनाथ होता है,

मेरा बाबा उनके करीब होता है,

तेरी चौखट से मांगने वाला,

कौन कहता है गरीब होता है ॥


भोले बाबा तेरे दरबार में जो आते है,

झोलियां भरते है खाली नहीं वो जाते है,

झोलियां भरते है खाली नहीं वो जाते है ॥


हम तो चले आए है,

दिल में बड़े अरमान लिए,

छोड़ेंगे दर ना तेरा,

दिल में अपने ठान लिए,

तेरे दरबार में,,,

तेरे दरबार में जो आके सर झुकाते है,

झोलियां भरते है खाली नहीं वो जाते है,

झोलियां भरते है खाली नहीं वो जाते है ॥


तेरे चरणों में बाबा,

थोड़ी जगह मिल जाए,

मेरे पतझड़ सी जिंदगी में,

फूल खिल जाए,

तेरी महिमा का गीत,,,

तेरी महिमा का गीत भक्त सारे गाते है,

झोलियां भरते है खाली नहीं वो जाते है,

झोलियां भरते है खाली नहीं वो जाते है ॥


तू ही निर्बल का बल,

और बेबस का साथ है तू,

सारी दुनिया के,

नाथों का नाथ है तू,

तेरे चरणों की धूल,,,

तेरे चरणों की धूल जो भी सर लगाते है,

झोलियां भरते है खाली नहीं वो जाते है,

झोलियां भरते है खाली नहीं वो जाते है ॥


भोले बाबा तेरे दरबार में जो आते हैं,

झोलियां भरते है खाली नहीं वो जाते है,

झोलियां भरते है खाली नहीं वो जाते है ॥

ललिता जयंती की पूजा विधि

ललिता जयंती का पर्व हर साल माघ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। ललिता माता आदिशक्ति त्रिपुर सुंदरी, जगत जननी मानी जाती हैं।

गुरु बिन घोर अँधेरा संतो (Guru Bina Ghor Andhera Re Santo)

गुरु बिन घोर अँधेरा संतो,
गुरु बिन घोर अँधेरा जी ।

बरसाने की लट्ठमार होली

बरसाने में हर साल लट्ठमार होली फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर मनाई जाती है। इस साल 2025 में यह त्योहार 8 मार्च को मनाया जाएगा। पौराणिक कथाओं के अनुसार, एक बार भगवान श्रीकृष्ण अपने मित्रों के साथ राधारानी से भेंट करने के लिए बरसाना गए, और वहां जाकर राधारानी और उनकी सखियों को छेड़ने लगे।

पहले ध्यान श्री गणेश का, मोदक भोग लगाओ (Pehle Dhyan Shree Ganesh Ka Modak Bhog Lagao)

पहले ध्यान श्री गणेश का,
मोदक भोग लगाओ,

यह भी जाने