नवीनतम लेख

भोले की सवारी देखो आई रे (Bhole Ki Sawari Dekho Aayi Re)

बाबा की सवारी देखो आई रे,

भोले की सवारी देखो आई रे,

भक्तो में मस्ती देखो छाई रे,

बाबा की सवारी देखो आई रे ॥


दूर दूर से यात्री आवे,

अर्जी अपनी लगावे,

अर्जी अपनी लगाकर वो तो,

मन चाहा फल पावे,

भोले ने बिगड़ी बनाई रे,

बाबा की सवारी देखो आई रे,

भोले की सवारी देखों आई रे ॥


कोई बजावे झांझ मंजीरा,

ताशा और मृदंग,

रंग गुलाल अबीर में देखो,

मच रही है हुड़दंग,

महिमा भोले की सबने गाई रे,

महाकाल की सवारी देखो आई रे,

भोले की सवारी देखों आई रे ॥


शाही सवारी में बाबा के संग,

भूत प्रेत सब आवे,

बजरंग भेरू गणपति के संग,

हरसिद्धि माँ आवे,

कांवड़ ये सबने चढ़ाई रे,

बाबा की सवारी देखो आई रे,

महाकाल की सवारी देखो आई रे,

भोले की सवारी देखों आई रे ॥


बाबा की सवारी देखो आई रे,

भोले की सवारी देखो आई रे,

भक्तो में मस्ती देखो छाई रे,

बाबा की सवारी देखो आई रे ॥

गौरी के लाला हो, मेरे घर आ जाना (Gauri Ke Lala Ho Mere Ghar Aa Jana)

गौरी के लाला हो,
मेरे घर आ जाना,

2025 की पहली मासिक दुर्गाष्टमी कब है

मासिक दुर्गा अष्टमी का व्रत हर माह शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को रखा जाता है। इस दिन मां भगवती की विधि-विधान से पूजा की जाती है।

श्री शिवरामाष्टकस्तोत्रम्

शिवहरे शिवराम सखे प्रभो,त्रिविधताप-निवारण हे विभो।
अज जनेश्वर यादव पाहि मां,शिव हरे विजयं कुरू मे वरम्॥

पौष माह में क्या करें और क्या नहीं

हिंदू पंचांग के अनुसार पौष माह साल का 10 वां, महीना होता है जो मार्गशीर्ष पूर्णिमा के बाद शुरू होता है। वैदिक पंचाग के अनुसार इस साल पौष माह 16 दिसंबर से प्रारंभ हो चुकी है।

यह भी जाने