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दर पे तुम्हारे सांवरे (Dar Pe Tumhare Saware)

दर पे तुम्हारे सांवरे,

सर को झुका दिया,

मैंने तुम्हारी याद में,

खुद को मिटा दिया,

दर पे तुम्हारे साँवरे,

सर को झुका दिया ॥

ओ सांवरे ओ सांवरे,

तिरछी तोरी नजर,

घायल कर गई है,

मेरा फूलों सा जिगर,

मुरली की तेरी तान ने,

पागल बना दिया,

दर पे तुम्हारे साँवरे,

सर को झुका दिया ॥


तुम देखो या ना देखो,

मेरे नसीब को,

पर रहने दो मुझको सदा,

अपने करीब तो,

है बार बार मैंने,

तुमको भुला लिया,

दर पे तुम्हारे साँवरे,

सर को झुका दिया ॥


मैं क्या बताऊं तुमको,

क्या खा रहा है गम,

बेकार हो ना जाए कहीं,

मेरा यह जनम,

मुझ पे हंसेगी जिंदगी,

यूँ यूँ ही गवां दिया,

दर पे तुम्हारे साँवरे,

सर को झुका दिया ॥


दिल में लग रही है,

विरह की आग यह,

एक दिन बुझेगी तुमको,

पाने के बाद यह,

होगी सफल ये साधना,

जब तुमको पा लिया,

दर पे तुम्हारे साँवरे,

सर को झुका दिया ॥


दर पे तुम्हारे सांवरे,

सर को झुका दिया,

मैंने तुम्हारी याद में,

खुद को मिटा दिया,

दर पे तुम्हारे साँवरे,

सर को झुका दिया ॥

सारे तीर्थ धाम आपके चरणो में(Sare Tirath Dham Apke Charno Me)

सारे तीर्थ धाम आपके चरणो में ।
हे गुरुदेव प्रणाम आपके चरणो में ।

नैनो में नींद भर आई(Naino Mein Neend Bhar Aayi)

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नैनो में नींद भर आई रमण बिहारी जू के

बाबा बैद्यनाथ हम आयल छी भिखरिया (Baba Baijnath Hum Aael Chhi Bhikhariya)

बाबा बैद्यनाथ हम आयल छी भिखरिया,
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गुड़ी पड़वा 4 राशियों के लिए शुभ

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