नवीनतम लेख

गजमुखं द्विभुजं देवा लम्बोदरं (Gajmukham Dvibhujam Deva Lambodaram)

गजमुखं द्विभुजं देवा लम्बोदरं,

भालचंद्रं देवा देव गौरीशुतं ॥


कौन कहते है गणराज आते नही,

भाव भक्ति से उनको बुलाते नही ॥


कौन कहते है गणराज खाते नही,

भोग मोदक का तुम खिलाते नही ॥


कौन कहते है गणराज सोते नही,

माता गौरा के जैसे सुलाते नही ॥


कौन कहते है गणराज नाचते नही,

रिद्धि सिद्धि के जैसे नचाते नही ॥


गजमुखं द्विभुजं देवा लम्बोदरं,

भालचंद्रं देवा देव गौरीशुतं ॥

मासिक कृष्ण जन्माष्टमी का महत्व

मासिक कृष्ण जन्माष्टमी धार्मिक दृष्टि से इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह भगवान कृष्ण की अद्भुत लीलाओं और शिक्षाओं को स्मरण करने का दिवस माना जाता है।

गोबिंद चले चरावन गैया (Gobind Chale Charavan Gaiya)

गोबिंद चले चरावन गैया ।
दिनो है रिषि आजु भलौ दिन,

मार्गशीर्ष पूर्णिमा पर कैसे करें तर्पण

मार्गशीर्ष माह भगवान कृष्ण, जगत के पालनहार श्री हरि विष्णु और माता लक्ष्मी को समर्पित होता है। ऐसे में इस माह में जो पूर्णिमा तिथि आती है।

हाथ जोड़ विनती करू तो सुनियो चित्त लगाये - विनती भजन (Shyam Puspanjali Shri Khatu Shyamji Vinati)

हाथ जोड़ विनती करूं सुणियों चित्त लगाय,
दास आ गयो शरण में रखियो इसकी लाज,

यह भी जाने