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गोरा रानी ने जपी ऐसी माला (Gaura Rani Ne Japi Aisi Mala)

गौरा रानी ने जपी ऐसी माला,

मिला है देखो डमरू वाला ॥


गौरा से बोले शम्भू काहे पुकारा,

गौरा जी बोली चाहूँ साथ तुम्हारा,

तुम जैसा नाथ नहीं कोई निराला,

गोरा रानी ने जपी ऐसी माला,

मिला है देखो डमरू वाला ॥


महलों की रानी तू है मैं हूँ एक जोगी,

मेरे संग गौरा तुम कैसे रहोगी,

शमशान पर्वत पे मैं रहने वाला,

गोरा रानी ने जपी ऐसी माला,

मिला है देखो डमरू वाला ॥


जहाँ रहोगे भोले मैं भी रहूंगी,

दासी तुम्हारी बनके सेवा करुँगी,

गौरा ने शिवजी को डाली वर माला,

गोरा रानी ने जपी ऐसी माला,

मिला है देखो डमरू वाला ॥


गौरा के ह्रदय में शिव जी बसे है,

जन्मो के बंधन में दोनों बंधे है,

वैरागी दोनों ने जग को संभाला,

गोरा रानी ने जपी ऐसी माला,

मिला है देखो डमरू वाला ॥


गौरा रानी ने जपी ऐसी माला,

मिला है देखो डमरू वाला ॥

आना हो श्री गणेशा, मेरे भी घर में आना (Aana Ho Shri Ganesha Mere Bhi Ghar Mein Aana)

आना हो श्री गणेशा,
मेरे भी घर में आना,

चलो सालासर भक्तों, बाबा का बुलावां आ गया (Chalo Salasar Bhakto Baba Ka Bulawa Aa Gaya)

बाबा का बुलावा आ गया,
चलो सालासर भक्तो,

तेरी तुलना किससे करूं माँ(Teri Tulna Kisse Karu Maa)

तेरी तुलना किससे करूँ माँ,
तेरी तुलना किससे करूं माँ,

कालाष्टमी पर क्या दान करें?

वैदिक पंचांग के अनुसार, हर माह कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कालाष्टमी का पर्व मनाया जाता है। इस वर्ष यानी 2024 के नवंबर माह में ये तिथि 22 तारीख को पड़ रही है। इस दिन भगवान शिव के रौद्र रूप काल भैरव देव की विधिपूर्वक पूजा की जाती है, जो तंत्र-मंत्र साधकों के लिए विशेष महत्व रखती है।

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