नवीनतम लेख

हर ग्यारस खाटू में अमृत जो बरसता है (Har Gyaras Khatu Me Amrit Jo Barasta Hai)

हर ग्यारस खाटू में,

अमृत जो बरसता है,

उस अमृत को पीने,

हर भक्त पहुँचता है,

हर ग्यारस खाटु में,

अमृत जो बरसता है ॥


यहाँ भजनों की गंगा,

अमृत सी बहती है,

सबके दिल की बातें,

बाबा से कहती है,

इन बूंदों को पीकर,

हर भक्त थिरकता है,

उस अमृत को पीने,

हर भक्त पहुँचता है,

हर ग्यारस खाटु में,

अमृत जो बरसता है ॥


भजनों की ये बुँदे,

जब कान में पड़ जाए,

हर प्रेमी बाबा का,

मेरे श्याम से जुड़ जाए,

फिर होश रहे ना उसे,

हँसता है सिसकता है,

उस अमृत को पीने,

हर भक्त पहुँचता है,

हर ग्यारस खाटु में,

अमृत जो बरसता है ॥


ये भजनों की गंगा,

हमें श्याम से मिलवाए,

यहाँ डुबकी लगाने को,

मेरा श्याम चला आए,

अमृत ये भजनों का,

जब जब भी छलकता है,

उस अमृत को पीने,

हर भक्त पहुँचता है,

हर ग्यारस खाटु में,

अमृत जो बरसता है ॥


इस अमृत में प्यारे,

तुम जहर नहीं घोलो,

कहता ‘रोमी’ तोलो,

तुम तोल के फिर बोलो,

इसे पावन रहने दो,

विश्वास भटकता है,

उस अमृत को पीने,

हर भक्त पहुँचता है,

हर ग्यारस खाटु में,

अमृत जो बरसता है ॥


हर ग्यारस खाटू में,

अमृत जो बरसता है,

उस अमृत को पीने,

हर भक्त पहुँचता है,

हर ग्यारस खाटु में,

अमृत जो बरसता है ॥

हे गजानन पधारो (Hey Gajanan Padharo)

सिद्धिविनायक मंगलमूर्ति,
विघ्नहरण सुखपाल जी,

बाबा ये नैया कैसे डगमग डोली जाये (Baba Ye Naiya Kaise Dagmag Doli Jaye)

बाबा ये नैया कैसे,
डगमग डोली जाए,

कार्तिक पूर्णिमा पर राशि योग

कार्तिक पूर्णिमा में व्रत और पूजा-पाठ बहुत ही शुभ होते हैं। इस वर्ष यह व्रत 15 नवंबर 2024 को है। कार्तिक मास में शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि में विशेष पूजा करने और स्नान-दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है।

हर बात को भूलो मगर.. (Har Baat Ko Tum Bhulo Bhale Maa Bap Ko Mat Bhulna)

हर बात को भूलो मगर,
माँ बाप मत भूलना,

यह भी जाने