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हे मुरलीधर छलिया मोहन (Hey Muralidhar Chhaliya Mohan)

हे मुरलीधर छलिया मोहन,

हम भी तुमको दिल दे बैठे,

गम पहले से ही कम तो ना थे,

एक और मुसीबत ले बैठे,

हे मुरलिधर छलिया मोहन,

हम भी तुमको दिल दे बैठे ॥


दिल कहता है तुम सुन्दर हो,

आँखे कहती है दिखलाओ,

तुम मिलते नही हो आकर के,

हम कैसे कहे देखो ये बैठे,

हे मुरलिधर छलिया मोहन,

हम भी तुमको दिल दे बैठे ॥


महिमा सुनके हैरान है हम,

तुम मिल जाओ तो चैन मिले,

मन खोज के भी तुम्हे पाता नही,

तुम हो की उसी मन में बैठे,

हे मुरलिधर छलिया मोहन,

हम भी तुमको दिल दे बैठे ॥


राजेश्वर राजाराम तुम्ही,

प्रभु योगेशेवर घनश्याम तुम्ही,

धनुधारी बने कभी मुरली बजा,

यमुना तट निज जन में बैठे,

हे मुरलिधर छलिया मोहन,

हम भी तुमको दिल दे बैठे ॥


हे मुरलीधर छलिया मोहन,

हम भी तुमको दिल दे बैठे,

गम पहले से ही कम तो ना थे,

एक और मुसीबत ले बैठे,

हे मुरलिधर छलिया मोहन,

हम भी तुमको दिल दे बैठे ॥


ओढ़ चुनरियाँ मैया लाल चली (Odh Chunariya Maiya Lal Chali)

ओढ़ चुनरियाँ मैया लाल चली,
सिंघ सवारी पे है लगती भली ॥

अम्बे रानी तेरो झूलना रे (Ambe Rani Tero Jhulna Re)

झूला झुलाये रहे वाह रे लंगूरवा।
झूला झुलाये रहे वाह रे लंगूरवा।

मेरा मिलन करा दों श्री राम से (Mera Milan Kara Do Shree Ram Se)

सागर सागर पार से सिया का,
समाचार लाने वाले,

रंग पंचमी पर देवताओं को कौन सा रंग चढ़ाएं

रंग पंचमी 2025 इस वर्ष 21 मार्च को मनाई जाएगी। यह पर्व होली के पांचवें दिन फाल्गुन मास की शुक्ल पंचमी तिथि को आता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, रंग पंचमी का दिन देवी-देवताओं को समर्पित होता है और इस दिन वे भी गीले रंगों से होली खेलते हैं।

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