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हम हो गए शंकर बाबा के (Hum Hogaye Shankar Baba Ke)

हम हाथ उठा कर कहते है,

हम हो गए शंकर बाबा के,

हम शीश झुका कर कहते है,

हम हो गए शंकर बाबा के ॥


हम हो गए शंकर बाबा के

हम हो गए भोलें बाबा के

हम हाथ उठा कर कहते है,

हम हो गए शंकर बाबा के,


कोई तुमसा ना भोलाभाला है

सारे जग का तू रख वाला है

हम हाथ उठा कर कहते है,

हम हो गए शंकर बाबा के,


जयकरा लगा कर कहते है

हम हो गए शंकर बाबा के

हम कल थे शंकर बाबा के,

हम आज भी शंकर बाबा के,

हम हाथ उठा कर कहते है

सदा रहेगे शंकर बाबा के,


सारी मोहमाया को छोड़ दिया,

बस तुमसे नाता जोड़ लिया,

सर ऊँचा करके कहते है,

हम हो गए शंकर बाबा के,

हम हाथ उठा कर कहतें है ॥


हम हाथ उठा कर कहते है,

हम हो गए शंकर बाबा के,

हम शीश झुका कर कहते है,

हम हो गए शंकर बाबा के ॥


चंदा सिर पर है जिनके शिव (Chanda Sir Par Hai Jinke Shiv)

चंदा सिर पर है जिनके,
कानो में कुण्डल चमके,

हनुमान तेरी कृपा का भंडारा चल रहा है (Hanuman Teri Kirpa Ka Bhandara Chal Raha Hai)

हनुमान तेरी कृपा का भंडारा चल रहा है,
हर और घना अँधेरा मेरा दीप जल रहा है,

बोल सुवा राम राम, मीठी मीठी वाणी रे (Bol Suva Ram Ram Mithi Mithi Vani Re)

बोल सुवा राम राम,
मीठी मीठी वाणी रे ॥

लिङ्गाष्टकम् (Lingashtakam)

ब्रह्ममुरारिसुरार्चितलिङ्गं निर्मलभासितशोभितलिङ्गम् । जन्मजदुःखविनाशकलिङ्गं तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम् ॥१॥

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