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लचकि लचकि आवत मोहन (Lachaki Lachaki Awat Mohan)

लचकि लचकि आवत मोहन,

आवे मन भावे

लचकि लचकि आवत मोहन,

आवे मन भावे

लचकि लचकि आवत मोहन


मोहन अधर धरत मुरली,

मोहन आधार धरत मुरली,

मधुर मधुर बाजे

लचकि लचकि आवत मोहन,

आवे मन भावे

लचकि लचकि आवत मोहन


श्रवण कुण्डल चपल दोलन,

मोर मुकुट चंद्र कलन

श्रवण कुण्डल चपल दोलन,

मोर मुकुट चंद्र कलन


मन्द हसनी, दिया के बसनी,

मन्द हसनी, दिया के बसनी,

मोहन मूरति राजे


लचकि लचकि आवत मोहन,

आवे मन भावे

लचकि लचकि आवत मोहन,

आवे मन भावे

लचकि लचकि आवत मोहन


भ्रुकुटी कुटिल कमल नयन,

अधर अरुण, मधुर बैन

भ्रुकुटी कुटिल कमल नयन,

अधर अरुण, मधुर बैन


गति गजेंद्र, चारु तिलक,

गति गजेंद्र, चारु तिलक

भाल पद साजे


लचकि लचकि आवत मोहन,

आवे मन भावे

लचकि लचकि आवत मोहन,

आवे मन भावे

लचकि लचकि आवत मोहन


लोचन दास श्याम रूप,

नख शिख शुभ अनूप

लोचन दास श्याम रूप,

नख शिख शुभ अनूप


रस की हूप निरसी वदनि,

रस की हूप निरसी वदनि,

कोटि मदन लाजे


लचकि लचकि आवत मोहन,

आवे मन भावे

लचकि लचकि आवत मोहन,

आवे मन भावे

लचकि लचकि आवत मोहन

शिव शंकर तुम कैलाशपति (Shiv Shankar Tum Kailashpati)

शिव शंकर तुम कैलाशपति,
है शीश पे गंग विराज रही,

राम नवमी 2025 शुभ योग

राम नवमी हिन्दू धर्म में एक अत्यंत महत्वपूर्ण पर्व है, जिसे चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को प्रभ श्रीराम के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है।

कार्तिगाई दीपम उत्सव के शुभ मुहूर्त

दक्षिण भारत में मनाया जाने वाला कार्तिगाई दीपम उत्सव एक महत्वपूर्ण धार्मिक त्योहार है, जो भगवान कार्तिकेय को समर्पित है।

दुर्गा पूजा पुष्पांजली

प्रथम पुष्पांजली मंत्र
ॐ जयन्ती, मङ्गला, काली, भद्रकाली, कपालिनी ।
दुर्गा, शिवा, क्षमा, धात्री, स्वाहा, स्वधा नमोऽस्तु ते॥
एष सचन्दन गन्ध पुष्प बिल्व पत्राञ्जली ॐ ह्रीं दुर्गायै नमः॥ Pratham Puspanjali Mantra
om jayanti, mangla, kali, bhadrakali, kapalini .
durga, shiva, kshama, dhatri, svahaa, svadha namo̕stu te॥
esh sachandan gandh pusp bilva patranjali om hrim durgaye namah॥

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