नवीनतम लेख

लचकि लचकि आवत मोहन (Lachaki Lachaki Awat Mohan)

लचकि लचकि आवत मोहन,

आवे मन भावे

लचकि लचकि आवत मोहन,

आवे मन भावे

लचकि लचकि आवत मोहन


मोहन अधर धरत मुरली,

मोहन आधार धरत मुरली,

मधुर मधुर बाजे

लचकि लचकि आवत मोहन,

आवे मन भावे

लचकि लचकि आवत मोहन


श्रवण कुण्डल चपल दोलन,

मोर मुकुट चंद्र कलन

श्रवण कुण्डल चपल दोलन,

मोर मुकुट चंद्र कलन


मन्द हसनी, दिया के बसनी,

मन्द हसनी, दिया के बसनी,

मोहन मूरति राजे


लचकि लचकि आवत मोहन,

आवे मन भावे

लचकि लचकि आवत मोहन,

आवे मन भावे

लचकि लचकि आवत मोहन


भ्रुकुटी कुटिल कमल नयन,

अधर अरुण, मधुर बैन

भ्रुकुटी कुटिल कमल नयन,

अधर अरुण, मधुर बैन


गति गजेंद्र, चारु तिलक,

गति गजेंद्र, चारु तिलक

भाल पद साजे


लचकि लचकि आवत मोहन,

आवे मन भावे

लचकि लचकि आवत मोहन,

आवे मन भावे

लचकि लचकि आवत मोहन


लोचन दास श्याम रूप,

नख शिख शुभ अनूप

लोचन दास श्याम रूप,

नख शिख शुभ अनूप


रस की हूप निरसी वदनि,

रस की हूप निरसी वदनि,

कोटि मदन लाजे


लचकि लचकि आवत मोहन,

आवे मन भावे

लचकि लचकि आवत मोहन,

आवे मन भावे

लचकि लचकि आवत मोहन

अखुरथ संकष्टी चतुर्थी के यम-नियम

हर साल पौष महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि अखुरथ संकष्टी चतुर्थी होती है। हिंदू धर्म में संकष्टी चतुर्थी काफ़ी महत्वपूर्ण मानी जाती है।

काली कमली वाला मेरा यार है - भजन (Kali Kamali Wala Mera Yar Hai)

काली कमली वाला मेरा यार है,
मेरे मन का मोहन तु दिलदार है,

तेरे नाम का करम है ये सारा (Tere Naam Ka Karam Hai Ye Sara)

तेरे नाम का करम है ये सारा,
भक्तो पे छाया है सुरूर शेरावालिये,

हे मुरलीधर छलिया मोहन (Hey Muralidhar Chhaliya Mohan)

हे मुरलीधर छलिया मोहन,
हम भी तुमको दिल दे बैठे,

यह भी जाने