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लौट के आजा नंद के दुलारे(Laut Ke Aaja Nand Ke Dulare)

लौट के आजा नंद के दुलारे,

उम्मीद लगाए,

ना जाने मेरो,

लाला कब आए ॥


लौट के आजा नंद के दुलारे,

मैया यशोदा तुझको पुकारे,

मैया यशोदा तुझको पुकारे ॥


अक्रूर आया मेरे दिल का,

वो टुकड़ा ले गया,

चांदनी चकोरी में,

चाँद का वो टुकड़ा ले गया,

दर्शन को तरसे,

दर्शन को तरसे,

नैन बिचारे,

मैया यशोदा तुझको पुकारे,

मैया यशोदा तुझको पुकारे ॥


मधुवन है सुना सुना,

सुनी है सारी वो नगरीया,

प्यासे है व्याकुल नैना,

आ जाओ बांके ओ बिहारी,

यादो में तुम्हरी,

यादो में तुम्हरी रोए,

नैन हमारे,

मैया यशोदा तुझको पुकारे,

मैया यशोदा तुझको पुकारे ॥


लौट के आजा नंद के दुलारें,

मैया यशोदा तुझको पुकारे,

मैया यशोदा तुझको पुकारे ॥

जिनके हृदय श्री राम बसे(Jinke Hridey Shri Ram Base)

जिनके हृदय श्री राम बसे,
उन और को नाम लियो ना लियो ।

मैं तो बांके की बांकी बन गई (Main Toh Banke Ki Banki Ban Gayi)

मैं तो बांके की बांकी बन गई,
और बांका बन गया मेरा,

क्यों रखते हैं रवि प्रदोष व्रत

हिंदू पंचांग के अनुसार, फरवरी महीने का पहला प्रदोष व्रत माघ शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाएगा। यह तिथि शुरुआत 9 फरवरी 2025, रविवार के दिन पड़ेगी और इसी दिन व्रत करना फलदायी होगा।

हे जग स्वामी, अंतर्यामी, तेरे सन्मुख आता हूँ (He Jag Swami Anataryami, Tere Sanmukh Aata Hoon)

हे जग स्वामी, अंतर्यामी,
तेरे सन्मुख आता हूँ ।

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