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ले चल अपनी नागरिया, अवध बिहारी साँवरियाँ(Le Chal Apni Nagariya, Avadh Bihari Sanvariya)

ले चल अपनी नागरिया,

अवध बिहारी साँवरियाँ ।

अवध बिहारी सांवरिया,

लें चल अपनी नागरिया ।

ले चल अपनी नागरिया,

अवध बिहारी साँवरियाँ ॥


सरयू के तीर अयोध्या नगरी,

सरयू के तीर अयोध्या नगरी,

संत भरे जहाँ गागरिया,

संत भरे जहाँ गागरिया ,

अवध बिहारी सांवरिया,

लें चल अपनी नागरिया,

ले चल अपनी नागरिया,

अवध बिहारी साँवरियाँ ॥


कनक भवन सिया रघुवर राजे,

कनक भवन सिया रघुवर राजे,

देख भई मैं बावरिया,

देख भई मैं बावरिया,

अवध बिहारी सांवरिया,

लें चल अपनी नागरिया,

ले चल अपनी नागरिया,

अवध बिहारी साँवरियाँ ॥


ले चल अपनी नागरिया,

अवध बिहारी साँवरियाँ,

अवध बिहारी सांवरिया,

लें चल अपनी नागरिया,

ले चल अपनी नागरिया,

अवध बिहारी साँवरियाँ ॥


माघ गुप्त नवरात्रि की पूजन विधि

माघ और आषाढ़ नवरात्रि को गुप्त नवरात्रि कहा जाता है। 2025 की पहली गुप्त नवरात्रि माघ महीने में 30 जनवरी से श्रवण नक्षत्र और जयद योग में प्रारंभ होगी।

मेरा संकट कट गया जी (Mera Sankat Kat Gaya Ji)

मेरा संकट कट गया जी,
मेहंदीपुर के दरबार में,

मैया री एक भाई दे दे (Maiya Ri Ek Bhai Dede)

मैया री एक भाई दे दे दे दे,
ना तो मैं मर जांगी,

अयोध्या नाथ से जाकर पवनसुत हाल कह देना (Ayodhya Nath Se Jakar Pawansut Hal Kah Dena)

अयोध्या नाथ से जाकर पवनसुत हाल कह देना,
तुम्हारी लाड़ली सीता हुई बेहाल कह देना ।

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