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लूटूरू महादेव चलो(Lutru Mahadev Chalo)

लूटरू महादेव जय जय,

लुटरू महादेव जी,

लूटूरू महादेव चलो,

लूटूरु महादेव जी,

सारी दुनियां ध्याए,

गाए गुण महादेव जी,

लुटरू महादेव चलो,

लूटरु महादेव जी ॥


तुम सा ना कोई जग में है दाता,

जो दर जाता है सब कुछ पाता,

झोली भर के लाता,

भाता लुटरू महादेव जी,

लूटरू महादेव जय जय,

लुटरू महादेव जी,

लूटरू महादेव चलों,

लूटरु महादेव जी ॥


है गुफा का गज़ब नज़ारा,

बाबा भारती जी ने हाथों से श्रृंगारा,

देते हैं सहारा,

मार सुटा महादेव जी,

लूटरू महादेव जय जय,

लुटरू महादेव जी,

लूटरू महादेव चलों,

लूटरु महादेव जी ॥


मेरी भी बाबा अब करो सुनवाई,

है कष्ट बहुत नहीं लगती दवाई,

बनेंगे सहाई,

‘ओम सैन’ महादेव जी,

लूटरू महादेव जय जय,

लुटरू महादेव जी,

लूटरू महादेव चलों,

लूटरु महादेव जी ॥


दर्शन को ‘अभिजीत’ है आया,

दिल की मुरादें साथ में लाया,

भजन सुनाया,

पाया वर महादेव जी,

लूटरू महादेव जय जय,

लुटरू महादेव जी,

लूटरू महादेव चलों,

लूटरु महादेव जी ॥


लूटरू महादेव जय जय,

लुटरू महादेव जी,

लूटूरू महादेव चलो,

लूटूरु महादेव जी,

सारी दुनियां ध्याए,

गाए गुण महादेव जी,

लुटरू महादेव चलो,

लूटरु महादेव जी ॥

शाबर मंत्र पढ़ने के नियम

शाबर मंत्र भारत की प्राचीन तांत्रिक परंपरा का हिस्सा हैं। ये अपनी सहजता और प्रभावशीलता के लिए प्रसिद्ध है। इन मंत्रों का उपयोग व्यक्ति के भौतिक, मानसिक और आध्यात्मिक समस्याओं का समाधान करने के लिए किया जाता है।

सोमवती अमावस्या व्रत कथा

अमावस्या का हिंदू धर्म में खास महत्व होता है। सोमवार को पड़ने की वजह से इस अमावस्या को सोमवती अमावस्या के नाम से जाना जाता है। इस दौरान पितरों की पूजा होती है। दिसंबर माह में सोमवती अमावस्या सोमवार, 30 दिसंबर 2024 को है।

शबरी रो रो तुम्हे पुकारे (Sabri Ro Ro Tumhe Pukare)

शबरी तुम्हरी बाट निहारे,
वो तो रामा रामा पुकारे,

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