नवीनतम लेख

माँ अंजनी का प्यारा लाल(Maa Anjani Ka Pyara Lal)

माँ अंजनी का प्यारा लाल,

घोटा हाथ लंगोटा लाल,

जो भी ध्यान लगाए दिल से,

जो भी ध्यान लगाए दिल से,

देता है संकट को टाल,

मां अंजनी का प्यारा लाल,

घोटा हाथ लंगोटा लाल ॥


भोले का अवतार है बजरंग,

वीरों का सरदार है बजरंग,

भक्तों के खातिर दौड़ा आए,

भक्तों के खातिर दौड़ा आए,

और दुष्टों का ये है काल,

मां अंजनी का प्यारा लाल,

घोटा हाथ लंगोटा लाल ॥


श्री राम की आज्ञा पाकर,

ललकारे ये लंका जाकर,

अक्षय को मारे पटक पटक कर,

अक्षय को मारे पटक पटक कर,

रूप धरा कैसा विकराल,

मां अंजनी का प्यारा लाल,

घोटा हाथ लंगोटा लाल ॥


जब अहिरावण ने छल करके,

लाया राम लखन को हर के,

रूप देवी का पहुँचे धर के,

रूप देवी का पहुँचे धर के,

पंचमुखी हनुमत पाताल,

मां अंजनी का प्यारा लाल,

घोटा हाथ लंगोटा लाल ॥


अद्भुत माया है हनुमत की,

रेखा बदले ये किस्मत की,

‘लख्खा’ बात बताए सच्ची,

‘लख्खा’ बात बताए सच्ची,

ध्यान लगा ले ओ ‘राजपाल’,

मां अंजनी का प्यारा लाल,

घोटा हाथ लंगोटा लाल ॥


माँ अंजनी का प्यारा लाल,

घोटा हाथ लंगोटा लाल,

जो भी ध्यान लगाए दिल से,

जो भी ध्यान लगाए दिल से,

देता है संकट को टाल,

मां अंजनी का प्यारा लाल,

घोटा हाथ लंगोटा लाल ॥

जय जय देवा जय गणपति देवा (Jai Jai Deva Jai Ganpati Deva)

जय जय देवा जय गणपति देवा,
माता है गौरी पिता महादेवा,

अथ कीलकम् (Ath Keelakam)

कीलकम् का पाठ देवी कवचम् और अर्गला स्तोत्रम् के बाद किया जाता है और इसके बाद वेदोक्तम रात्रि सूक्तम् का पाठ किया जाता है। कीलकम् एक महत्वपूर्ण स्तोत्र है जो चण्डी पाठ से पहले सुनाया जाता है।

सत्यनारायण व्रत विधि

भगवान सत्यनारायण, भगवान विष्णु का ही स्वरूप हैं। सत्यनारायण की पूजा का असल अर्थ है 'सत्य की नारायण के रूप' में पूजा। भगवान सत्यनारायण व्रत हिंदू धार्मिक मान्यता में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है।

होली भाई दूज की कथा

सनातन धर्म में भाई-बहन के रिश्ते को मजबूत बनाए रखने के लिए कई उत्सव मनाए जाते हैं। इन्हीं में से एक है होली भाई दूज, जिसे "यम द्वितीया" भी कहा जाता है।

यह भी जाने