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ममतामयी मां हे जगदम्बे (Mamatamayi Ma He Jagadambe)

ममतामयी मां हे जगदम्बे, मेरे घर भी आ जाओ।

(ममतामयी मां हे जगदम्बे, मेरे घर भी आ जाओ।)

भाग्य उदय हो जाएं हमारे, अपने दरस दिखा जाओ।

(ममतामयी मां हे जगदम्बे, मेरे घर भी आ जाओ।)


देर करो न आज भवानी, सफल करो माता जिंदगानी।

देर करो न आज भवानी, सफल करो माता जिंदगानी।

मेरे मन को निर्मल कर दो, भक्ति भाव जगा जाओ।

(ममतामयी मां हे जगदम्बे, मेरे घर भी आ जाओ।)


तरस रहे हैं नैन हमारे, बाठ निहारत सांझ सकारे।

तरस रहे हैं नैन हमारे, बाठ निहारत सांझ सकारे।

दीप द्वारे रख में बैठी, अपने ज्योत जला जाओ।

(ममतामयी मां हे जगदम्बे, मेरे घर भी आ जाओ।)


ये बेनाम शरण तेरी आई, हम पर भी मां हो करुणाई।

ये बेनाम शरण तेरी आई, हम पर भी मां हो करुणाई।

आँगन बिन माता लगे सूना, अमृत रस बरसा जाओ।

(ममतामयी मां हे जगदम्बे, मेरे घर भी आ जाओ।)

ममतामयी मां हे जगदम्बे, मेरे घर भी आ जाओ।

(ममतामयी मां हे जगदम्बे, मेरे घर भी आ जाओ।)

भाग्य उदय हो जाएं हमारे, अपने दरस दिखा जाओ।


पौष में सूर्यदेव की पूजा क्यों होती है

पौष मास हिंदू पंचांग का दसवां महीना है और इसे धार्मिक दृष्टि से अत्यंत शुभ और महत्वपूर्ण माना गया है। यह महीना 13 जनवरी तक रहेगा, जिसके बाद माघ महीने की शुरुआत होगी।

जय जयकार माता की (Jai Jaikaar Karo Mata Ki)

जय जयकार माता की,
आओ शरण भवानी की

अंजनी के लाला, एक बार मिला दे मोहे राम से: भजन (Anjani Ke Lala Ek Baar Mila De Mohe Ram Se)

अंजनी के लाला,
एक बार मिला दे मोहे राम से ॥

ये तुम्हारी है कृपा माँ, तेरा दर्शन हो रहा: भजन (Ye Tumhari Hai Kripa Maa Tera Darshan Ho Raha)

ये तुम्हारी है कृपा माँ,
तेरा दर्शन हो रहा,