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मनमोहन कान्हा विनती करू दिन रेन(Manmohan Kanha Vinti Karu Din Rain)

मनमोहन कान्हा विनती करू दिन रेन,

राह तके मेरे नैन, राह तके मेरे नैन,

मनमोहन कान्हा विनती करू दिन रेन,

राह तके मेरे नैन, राह तके मेरे नैन,

अब तो दर्श बिना कुञ्ज बिहारी,

मन है बेचैन,

मनमोहन कान्हा विनती करू दिन रेन,

मनमोहन कान्हा विनती करू दिन रेन

नेह की डोरी तुम संग जोड़ी,

हम से तो नाही जाये ये तोड़ी,

हे मुरलीधर कृष्ण मुरारी,

हे मुरलीधर कृष्ण मुरारी,

तनिक न आवे चैन,

राह तके मेरे नैन, राह तके मेरे नैन,

अब तो दर्श बिना कुञ्ज बिहारी, मन है बेचैन,

मनमोहन कान्हा विनती करू दिन रेन,

मनमोहन कान्हा विनती करू दिन रेन


जन्म-जन्म से पंथ निहारु,

बोलो किस विध तुमको पुकारू,

जन्म-जन्म से पंथ निहारु,

बोलो किस विध तुमको पुकारू,

हे नटनागर हे, गिरधारी,

हे नटनागर हे, गिरधारी,

काह न पावे वैर,

राह तके मेरे नैन, राह तके मेरे नैन,

अब तो दर्श बिना कुञ्ज बिहारी, मन है बेचैन,

मनमोहन कान्हा विनती करू दिन रेन,

मनमोहन कान्हा विनती करू दिन रेन

तुलसी की पूजा विधि

हिंदू धर्म में तुलसी को बेहद पुजनीय माना जाता है। तुलसी को विष्णुप्रिया और हरिप्रिया भी कहा जाता है। इतना ही नहीं, तुलसी को माता लक्ष्मी का स्वरूप माना गया है।

मार्च 2025 व्रत-त्योहार

मार्च का महीना वसंत ऋतु की ताजगी और खुशबू लेकर आता है। इस समय प्रकृति में नया जीवन और उत्साह का संचार होता है। इस माह में कई महत्वपूर्ण त्योहार मनाए जाते हैं। आपको बता दें, होली मार्च महीने का सबसे प्रमुख त्योहार है।

महाशिवरात्रि पर बेलपत्र चढ़ाने के नियम

महाशिवरात्रि, हिंदू धर्म का एक अत्यंत महत्वपूर्ण पर्व है, जो भगवान शिव और माता पार्वती के दिव्य विवाह के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। इस पावन अवसर पर, प्रत्येक हिंदू घर में उत्साह और श्रद्धा का वातावरण होता है। शिव भक्त इस दिन विशेष रूप से व्रत रखते हैं और चारों पहर में भगवान शिव की आराधना करते हैं।

स्कन्द षष्ठी व्रत नियम

हर माह की शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को स्कंद षष्ठी का पर्व मनाया जाता है। धार्मिक ग्रंथों में षष्ठी तिथि को महत्वपूर्ण माना गया है, क्योंकि यह तिथि शिव-पार्वती जी के ज्येष्ठ पुत्र भगवान कार्तिकेय को समर्पित है।

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