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मनमोहन कान्हा विनती करू दिन रेन(Manmohan Kanha Vinti Karu Din Rain)

मनमोहन कान्हा विनती करू दिन रेन,

राह तके मेरे नैन, राह तके मेरे नैन,

मनमोहन कान्हा विनती करू दिन रेन,

राह तके मेरे नैन, राह तके मेरे नैन,

अब तो दर्श बिना कुञ्ज बिहारी,

मन है बेचैन,

मनमोहन कान्हा विनती करू दिन रेन,

मनमोहन कान्हा विनती करू दिन रेन

नेह की डोरी तुम संग जोड़ी,

हम से तो नाही जाये ये तोड़ी,

हे मुरलीधर कृष्ण मुरारी,

हे मुरलीधर कृष्ण मुरारी,

तनिक न आवे चैन,

राह तके मेरे नैन, राह तके मेरे नैन,

अब तो दर्श बिना कुञ्ज बिहारी, मन है बेचैन,

मनमोहन कान्हा विनती करू दिन रेन,

मनमोहन कान्हा विनती करू दिन रेन


जन्म-जन्म से पंथ निहारु,

बोलो किस विध तुमको पुकारू,

जन्म-जन्म से पंथ निहारु,

बोलो किस विध तुमको पुकारू,

हे नटनागर हे, गिरधारी,

हे नटनागर हे, गिरधारी,

काह न पावे वैर,

राह तके मेरे नैन, राह तके मेरे नैन,

अब तो दर्श बिना कुञ्ज बिहारी, मन है बेचैन,

मनमोहन कान्हा विनती करू दिन रेन,

मनमोहन कान्हा विनती करू दिन रेन

बोल सुवा राम राम, मीठी मीठी वाणी रे (Bol Suva Ram Ram Mithi Mithi Vani Re)

बोल सुवा राम राम,
मीठी मीठी वाणी रे ॥

अनंग त्रयोदशी की पूजा विधि क्या है?

अनंग त्रयोदशी हिंदू धर्म में प्रेम और दांपत्य जीवन को सुदृढ़ करने वाला महत्वपूर्ण पर्व है। इसे मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। 2024 में यह तिथि 13 दिसंबर को पड़ रही है।

गजानंद मैहर करो(Gajanand Mehar Karo)

ओ गणनायक महाराज सुमिरा जोडू दोनों हाथ,
ओ गणनायक महाराज,

मेरे गणनायक तुम आ जाओ (Mere Gannayak Tum Aa Jao)

मेरे गणनायक तुम आ जाओ,
मैं तो कबसे बाट निहार रही,

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