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Mere Bhole Baba Ko Anadi Mat Samjho Lyrics (मेरे भोले बाबा को अनाड़ी मत समझो)

मेरे भोले बाबा को अनाड़ी मत समझो,

अनाड़ी मत समझो, खिलाडी मत समझो,

अनाड़ी मत समझो, खिलाडी मत समझो,

वो है त्रिपुरारी अनाड़ी मत समझो ॥


मेरे भोले बाबा के गले सर्प माला,

मेरे भोले बाबा के गले सर्प माला,

सर्पो को देख कर सपेरा मत समझो,

सपेरा मत समझो, सपेरा मत समझो,

अनाड़ी मत समझो, खिलाडी मत समझो,

वो है त्रिपुरारी अनाड़ी मत समझो ॥


मेरे भोले बाबा के हाथो में डमरू,

मेरे भोले बाबा के हाथो में डमरू,

डमरू को देखके मदारी मत समझो,

मेरे भोले बाबा को अनाड़ी मत समझो,

अनाड़ी मत समझो, खिलाडी मत समझो,

वो है त्रिपुरारी अनाडी मत समझो ॥


मेरे भोले बाबा के तन पे मृगछाला,

मेरे भोले बाबा के तन पे मृगछाला,

मृगछाला को देखके शिकारी मत समझो,

मेरे भोले बाबा को अनाड़ी मत समझो,

अनाड़ी मत समझो, खिलाडी मत समझो,

वो है त्रिपुरारी अनाड़ी मत समझो ॥


मेरे भोले बाबा के तन पे है भस्मी,

मेरे भोले बाबा के तन पे है भस्मी,

भस्मी को देखके मनमौजी मत समझो,

मेरे भोले बाबा को अनाड़ी मत समझो,

अनाड़ी मत समझो, खिलाडी मत समझो,

वो है त्रिपुरारी अनाडी मत समझो ॥


मेरे भोले बाबा के साथ में है नंदी,

मेरे भोले बाबा के साथ में है नंदी,

नंदी को देखके व्यापारी मत समझो,

मेरे भोले बाबा को अनाड़ी मत समझो,

अनाड़ी मत समझो, खिलाडी मत समझो,

वो है त्रिपुरारी अनाडी मत समझो ॥


मेरे भोले बाबा को अनाड़ी मत समझो,

अनाड़ी मत समझो, खिलाडी मत समझो,

अनाड़ी मत समझो, खिलाडी मत समझो,

वो है त्रिपुरारी अनाड़ी मत समझो ॥

गजानंद आँगन आया जी(Gajanand Aangan Aaya Ji )

म्हारा माँ गौरी का लाल,
गजानंद आंगन आया जी,

झूलेलाल जयंती क्यों और कैसे मनाए

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