नवीनतम लेख

घर में आओ लक्ष्मी माता (Mere Ghar Aao Laxmi Maa)

घर में आओ लक्ष्मी माता,

आओ पधारो श्री गणराजा ।

घर में आओ लक्ष्मी माता,

आओ पधारो श्री गणराजा ॥


दीवाली का त्यौहार आया,

हमने घर को दीपो से सजाया ।

माँ मेरे घर आना भक्तो को भूल न जाना,

सबके घर में चरण धर जाना ॥


घर में आओ लक्ष्मी माता ।

आओ पधारो श्री गणराजा ॥


धन की देवी सबको दौलत देती,

दीवाली का उपहार देती ।

हो खुशिया देती उमंगें देती,

सुखो का संसार देती ।

माँ मेरे घर आना खुशियों से इससे सजाना,

पावन भक्तो का घर कर जाना ॥


घर में आओ लक्ष्मी माता ।

आओ पधारो श्री गणराजा ॥


कमला सन माँ सबपे ममता लुटाती,

देवा गणपति है मंगल मूर्ती ओ,

लक्ष्मी माँ भंडारे भारती,

देवा है कामना पूर्ति ।

माँ मेरे घर आना हाथ जोडू भूल न जाना,

खाली झोली सभी की भर जाना ॥


घर में आओ लक्ष्मी माता ।

आओ पधारो श्री गणराजा ॥


दीवाली का त्यौहार आया,

हमने घर को दीपो से सजाया ।

माँ मेरे घर आना भक्तो को भूल न जाना,

सबके घर में चरण धर जाना ॥

सब कुछ मिला रे भोले, रहमत से तेरी(Sab Kuch Mila Re Bhole Rahmat Se Teri)

सब कुछ मिला रे भोले,
रहमत से तेरी

षटतिला एकादशी व्रत कथा

सनातन धर्म में एकादशी तिथि भगवान विष्णु को बेहद प्रिय है। पंचांग के अनुसार, माघ महीने की एकादशी तिथि को ही षटतिला एकादशी के नाम से जाना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु के संग मां लक्ष्मी की पूजा-व्रत करने से का विधान है।

बाबा ये नैया कैसे डगमग डोली जाये (Baba Ye Naiya Kaise Dagmag Doli Jaye)

बाबा ये नैया कैसे,
डगमग डोली जाए,

भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे (Bhor Bhee Din Chadh Gaya Meri Ambe)

भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे
हो रही जय जय कार मंदिर विच आरती जय माँ

यह भी जाने