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घर में आओ लक्ष्मी माता (Mere Ghar Aao Laxmi Maa)

घर में आओ लक्ष्मी माता,

आओ पधारो श्री गणराजा ।

घर में आओ लक्ष्मी माता,

आओ पधारो श्री गणराजा ॥


दीवाली का त्यौहार आया,

हमने घर को दीपो से सजाया ।

माँ मेरे घर आना भक्तो को भूल न जाना,

सबके घर में चरण धर जाना ॥


घर में आओ लक्ष्मी माता ।

आओ पधारो श्री गणराजा ॥


धन की देवी सबको दौलत देती,

दीवाली का उपहार देती ।

हो खुशिया देती उमंगें देती,

सुखो का संसार देती ।

माँ मेरे घर आना खुशियों से इससे सजाना,

पावन भक्तो का घर कर जाना ॥


घर में आओ लक्ष्मी माता ।

आओ पधारो श्री गणराजा ॥


कमला सन माँ सबपे ममता लुटाती,

देवा गणपति है मंगल मूर्ती ओ,

लक्ष्मी माँ भंडारे भारती,

देवा है कामना पूर्ति ।

माँ मेरे घर आना हाथ जोडू भूल न जाना,

खाली झोली सभी की भर जाना ॥


घर में आओ लक्ष्मी माता ।

आओ पधारो श्री गणराजा ॥


दीवाली का त्यौहार आया,

हमने घर को दीपो से सजाया ।

माँ मेरे घर आना भक्तो को भूल न जाना,

सबके घर में चरण धर जाना ॥

पार करेंगे नैया भज कृष्ण कन्हैया - भजन (Paar Karenge Naiya Bhaj Krishna Kanhaiya)

पार करेंगे नैया भज कृष्ण कन्हैया ।
पार करेंगे नैया भज कृष्ण कन्हैया ।

हे मेरे गुरुदेव करुणा सिन्धु करुणा कीजिये (He Mere Gurudev Karuna Sindhu Karuna Keejiye)

गुरुर्ब्रह्मा ग्रुरुर्विष्णुः, गुरुर्देवो महेश्वरः ।
गुरुः साक्षात् परं ब्रह्म, तस्मै श्री गुरवे नमः ॥

प्रदोष व्रत शुभ योग

सनातन धर्म में प्रदोष व्रत बेहद फलदायी माना जाता है। इसका इंतजार शिव भक्तों को बेसब्री से रहता है। ऐसी मान्यता है कि इस तिथि पर शिव पूजन करने और उपवास रखने से भगवान शंकर का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

रामनवमी की पौराणिक कथा

सनातन धर्म में श्रीराम का विशेष महत्व है। इसलिए हर साल चैत्र शुक्ल पक्ष के नौवें दिन श्रीराम के निमित्त रामनवमी का त्योहार मनाया जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, भगवान श्रीराम का जन्म चैत्र शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को हुआ था।

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