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मेरे सिर पर रख दो भोले(Mere Sar Par Rakh Do Bhole)

मेरे सिर पर रख दो भोले,

अपने ये दोनों हाथ,

देना हो तो दीजिए,

जनम जनम का साथ ॥


देने वाले श्याम शिवदानी तो,

अन्न धन दौलत क्या मांगे,

महादेव से मांगे तो फिर,

नाम और इज्ज़त क्या मांगे,

मेरे जीवन में तू कर दे,

मेरे जीवन में तू कर दे,

अब कृपा की बरसात,

देना हो तो दीजिए,

जनम जनम का साथ ॥


भोले तेरे चरणों की धूलि,

धन दौलत से महंगी है,

एक नज़र कृपा की बाबा,

नाम इज्ज़त से महंगी है,

मेरे दिल की तम्मना यही है,

मेरे दिल की तम्मना यही है,

करूँ सेवा तेरी दिन रात,

देना हो तो दीजिए,

जनम जनम का साथ ॥


झुलस रहें है गम की धुप में,

प्यार की छाया कर दे तू

बिन माझी के नाव चले ना,

अब पतवार पकड़ ले तू,

मेरा रस्ता रौशन कर दे,

मेरा रस्ता रौशन कर दे,

छायी अंधियारी रात,

देना हो तो दीजिए,

जनम जनम का साथ ॥


कहती है दुनिया शरणागत को,

अपने गले लगाते हो,

ऐसा हमने क्या माँगा जो,

देने में घबराते हो,

चाहे जैसे रखो त्रिपुरारी,

चाहे जैसे रखो त्रिपुरारी,

बस होती रहे मुलाक़ात,

देना हो तो दीजिए,

जनम जनम का साथ ॥


मेरे सिर पर रख दो भोले,

अपने ये दोनों हाथ,

देना हो तो दीजिए,

जनम जनम का साथ ॥

संसार ने जब ठुकराया तब द्वार तेरे प्रभु आया(Sansaar Ne Jab Thukraya)

संसार ने जब ठुकराया
तब द्वार तेरे प्रभु आया ॥

नाम है तेरा कृष्ण कन्हैया नाथद्वारा सन्मुख होगा (Naam Hai Tera Krishna Kanhaiya)

नाम है तेरा कृष्ण कन्हैया,
नाथद्वारा सन्मुख होगा,

रथ सप्तमी उपाय 2025

रथ-सप्तमी का पर्व हर साल माघ महीने के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाया जाता है। इस साल रथ-सप्तमी का पर्व 4 फरवरी 2025 को मनाया जाएगा। यह दिन भगवान सूर्य देव को समर्पित है।

जिसने मरना सीखा लिया है (Jisane Marana Seekh Liya Hai)

जिसने मरना सीखा लिया है,
जीने का अधिकार उसी को ।

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