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म्हने हिचक्या आवे जी (Mhane Hichkiyan Aave Ji)

अरज लगावे जी,

सांवरिया थासु अरज लगावे जी,

म्हारी आंख्या सु नीर बहे,

म्हाने हिचक्या आवे जी,

याद सतावे जी,

सांवरिया थारी याद सतावे जी,

म्हारी आंख्या सु नीर बहे,

म्हने हिचक्या आवे जी ॥


कागलियो तो मुंडेर पे बोले,

आजा रे कन्हैया म्हारो,

जिवडो यो डोले,

प्रीत या म्हारी काहे को तोले,

अरज लगावे जी,

सांवरिया थासु अरज लगावे जी ॥


दिन कोन्या बीते,

कटे कोन्या रातां,

याद करूँ थारी मीठी मीठी बातां,

सुध म्हारी ले ल्यो,

थे बाबा आता जाता,

दास बुलावे जी,

सांवरिया थाने दास बुलावे जी,

म्हारी आंख्या सु नीर बहे,

म्हने हिचक्या आवे जी ॥


छोड़ के जग थासु प्रीत लगाई,

काई कसर म्हारे भाव में आई,

बाबा क्यों म्हारी थे सुध बिसराई,

कुछ कोन्या भावे जी,

सांवरिया म्हाने कुछ कोन्या भावे जी,

म्हारी आंख्या सु नीर बहे,

म्हने हिचक्या आवे जी ॥


थारो ही थो बाबा थारो ही रहूंगो,

प्यार तकरार बार बार करुँगो,

मनडे री बातां बाबा थासु ही कहुँगो,

‘रोमी’ गुण गावे जी,

सांवरिया थारा ‘रोमी’ गुण गावे जी,

म्हारी आंख्या सु नीर बहे,

म्हने हिचक्या आवे जी ॥


अरज लगावे जी,

सांवरिया थासु अरज लगावे जी,

म्हारी आंख्या सु नीर बहे,

म्हाने हिचक्या आवे जी,

याद सतावे जी,

सांवरिया थारी याद सतावे जी,

म्हारी आंख्या सु नीर बहे,

म्हने हिचक्या आवे जी ॥

मेरी मैया चली, असुवन धारा बही(Meri Maiya Chali Ashuvan Dhara Bahi)

मेरी मैया चली,
असुवन धारा बही,

कभी भूलू ना.. मेरे राधा रमण (Kabhi Bhoolun Na Radha Raman Mere)

कभी भूलू ना कभी भूलू ना
कभी भूलू ना याद तुम्हारी

हनुमत के गुण गाते चलो (Hanumat Ke Gun Gate Chalo)

हनुमत के गुण गाते चलो,
प्रेम की श्रद्धा बहाते चलो,

वृश्चिक संक्रांति का मुहूर्त

भगवान सूर्य देव की उपासना का दिन वृश्चिक संक्रांति हिन्दू धर्म के प्रमुख त्योहार में से एक है। मान्यता है कि इस दिन सूर्य देव की पूजा करने से व्यक्ति को धन वैभव की प्राप्ति के साथ दुःखों से मुक्ति मिलती है। लेकिन क्या आपको पता है इस साल वृश्चिक संक्रांति कब हैं। वृश्चिक संक्रांति 2824 को लेकर थोड़ा असमंजस है।

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