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हाय नजर ना लग जाये(Najar Naa Lag Jaye)

ओ मोटे मोटे नैनन के तू ,

ओ मीठे मीठे बैनन के तू

साँवरी सलोनी सूरत के तू ,

ओ प्यारी प्यारी मूरत के तू ।

ओ कजरारे मोटे मोटे तेरे नैन,

हाय नजर ना लग जाये,

बाँके-बिहारी कजरारे मोटे मोटे तेरे नैन,

हाय नजर ना लग जाये ॥


काजल की कोरे - ओय होय होय,

मेरा जिगर मरोड़े - ओय होय होय,

रंग रस में भोरे - ओय होय होय,

मै तो हारी रे कजरारे मोटे मोटे तेरे नैन,

हाय नजर ना लग जाये ॥


आँखों का काजल - ओय होय होय,

मेरा जिगर है घायल - ओय होय होय,

तेरे प्यार में पागल - ओय होय होय,

कर डारि रे कजरारे मोटे मोटे तेरे नैन,

हाय नजर ना लग जाये ॥


तेरे मुकुट की लटकन - ओय होय होय,

तेरे अधर की मुस्कन - ओय होय होय,

गिरवह की मटकन - ओय होय होय,

बलिहारी रे कजरारे मोटे मोटे तेरे नैन,

हाय नजर ना लग जाये ॥


तेरी प्रीत है टेडी - ओय होय होय,

तेरी रीत है टेडी - ओय होय होय,

तेरी जीत है टेडी - ओय होय होय,

मै तो हारी रे कजरारे मोटे मोटे तेरे नैन

हाय नजर ना लग जाये ॥


बाँके-बिहारी कजरारे मोटे मोटे तेरे नैन

हाय नजर ना लग जाये - ओय होए होय

ओय नजर ना लग जाये - ओय होए होय

हाय नजर ना लग जाये - ओय होए होय

अम्बे रानी तेरो झूलना रे (Ambe Rani Tero Jhulna Re)

झूला झुलाये रहे वाह रे लंगूरवा।
झूला झुलाये रहे वाह रे लंगूरवा।

ओ पवन पुत्र हनुमान राम के, परम भक्त कहलाए (O Pawan Putra Hanuman Ram Ke Param Bhakt Kahlaye)

ओ पवन पुत्र हनुमान राम के,
परम भक्त कहलाए,

माँ के चरणों में ही तो, वो जन्नत होती है(Maa Ke Charno Mein Hi To Vo Jannat Hoti Hai)

जहाँ पे बिन मांगे,
पूरी हर मन्नत होती है,

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भाद्रपद कृष्ण अष्टमी को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी कहते हैं, क्योंकि यह दिन भगवान श्रीकृष्ण के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है। भगवान कृष्ण ने माता देवकी की आठवीं संतान के रूप में जन्म लिया था।

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