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नौ दिन का त्यौहार है आया (Nau Din Ka Tyohaar Hai Aaya)

नौ दिन का त्यौहार है आया,

ध्यान करो माँ नवदुर्गा का,

जिसने जगत बनाया,

नौं दिन का त्यौहार है आया,

नौं दिन का त्यौहार ॥


प्रथम शैलपुत्री की पूजा,

ब्रम्हचारणी का दिन दूजा,

माँ चंद्रघंटा की सेवा,

करके सब सुख पाया,

नौं दिन का त्यौहार है आया,

नौं दिन का त्यौहार ॥


चौथे दिन कुष्मांडा भक्ति,

स्कंदमाता पंचम शक्ति,

और छठा दिन कात्यायनी का,

करदे कंचन काया,

नौं दिन का त्यौहार है आया,

नौं दिन का त्यौहार ॥


सप्तम दिन शिव कालरात्रि,

अष्टम दिन महागौरी माया,

सिद्धि दात्री का नौवा दिन,

अपरम्पार है माया,

नौं दिन का त्यौहार है आया,

नौं दिन का त्यौहार।।


नौ दिन त्यौहार है आया,

ध्यान करो माँ नवदुर्गा का,

जिसने जगत बनाया,

नौ दिन का त्यौहार है आया,

नौं दिन का त्यौहार ॥

दिवाली पूजन कथा

सनातन धर्म में दिवाली का पर्व विशेष महत्व रखता है। यह पर्व हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है।

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फाल्गुन माह कालाष्टमी पूजा विधि

प्रत्येक माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर मासिक कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाती है। इस दिन भगवान कृष्ण और काल भैरव की पूजा की जाती है। साथ ही उनके निमित्त अष्टमी का व्रत रखा जाता है।

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