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आजा माँ आजा माँ एक बार, मेरे घर आजा माँ (Aaja Maa Aaja Maa Ek Baar Mere Ghar Aaja Maa )

आजा माँ आजा माँ एक बार,

मेरे घर आजा माँ,

मैंने मन मंदिर में मैया,

तेरी ज्योत जगाई,

करके शेर सवारी,

आजा इक बारी महामाई,

आजा मां आजा मां एक बार,

मेरे घर आजा माँ ॥


मेरे सुने आँगन में माँ,

खुशियाँ तू बरसा दे,

करुणामई ऐ जगदम्बे माँ,

सोया भाग जगा दे,

मैंने सारी दुनिया देखि,

मुझे ना कोई भाया,

शाम सवेरे मैंने मैया,

तेरा ही गुण गाया,

आजा मां आजा मां एक बार,

मेरे घर आजा माँ ॥


दर्शन को ये नैना तरसे,

आके दर्श दिखाओ,

कब से देखे राह तुम्हारी,

इनकी प्यास बुझाओ,

थोड़ी सी किरपा कर दे,

बेटी तुझे पुकारे,

हाथ दया का सिर पे रख दे,

कर दे वारे न्यारे,

आजा मां आजा मां एक बार,

मेरे घर आजा माँ ॥


ताने मारेगी ये दुनिया,

जो माँ तू ना आई,

मेरा कुछ ना जाएगा,

तेरी होगी माँ रुसवाई,

सदा रहेंगे अम्बे मैया,

बन के तेरे पुजारी,

‘धामा और शर्मा’ ने माँ,

चरणों में अर्ज गुजारी,

आजा मां आजा मां एक बार,

मेरे घर आजा माँ ॥


आजा माँ आजा माँ एक बार,

मेरे घर आ जा माँ,

मैंने मन मंदिर में मैया,

तेरी ज्योत जगाई,

करके शेर सवारी,

आजा इक बारी महामाई,

आजा मां आजा मां एक बार,

मेरे घर आजा माँ ॥


मेरा कोई न सहारा बिन तेरे (Mera Koi Na Sahara Bin Tere)

मेरा कोई न सहारा बिन तेरे,
ओ शिव शंकर मेरे,

बालाजी तुम्हारे चरणों में, मैं तुम्हे रिझाने आया हूँ (Balaji Tumhare Charno Mein Main Tumhe Rjhane Aaya Hun)

बालाजी तुम्हारे चरणों में,
मैं तुम्हे रिझाने आया हूँ ॥

बैठ नजदीक तू मेरी माँ के, हर कड़ी दिल की जुड़ने लगेगी (Baith Nazdik Tu Meri Maa Ke Har Kadi Dil Ki Judne Lagegi)

बैठ नजदीक तू मेरी माँ के,
हर कड़ी दिल की जुड़ने लगेगी,

महाशिवरात्रि 2025 कब है

सनातन हिंदू धर्म में, महाशिवरात्रि का विशेष महत्व है। हिंदू धर्म में महाशिवरात्रि भगवान शिव की आराधना का सबसे महत्वपूर्ण पर्व माना जाता है। यह पर्व हर वर्ष फाल्गुन मास की कृष्ण चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। आमतौर पर यह फरवरी या मार्च महीने में आती है।

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