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रंगीलो मेरो बनवारी(Rangilo Mero Banwari)

मोहिनी मूरत प्यारी,

रंगीलो मेरो बनवारी,

मोहनी मूरत प्यारी ॥


रत्न जड़े कुण्डल कानों में,

रत्न जड़े कुण्डल कानों में,

मोर मुकुट सिर धारी,

रंगीलो मेरो बनवारी,

मोहनी मूरत प्यारी,

रंगीलो मेरो बनवारी ॥


तन केसरियो बागो साजे,

तन केसरियो बागो साजे,

नीले री असवारी,

रंगीलो मेरो बनवारी,

मोहनी मूरत प्यारी,

रंगीलो मेरो बनवारी ॥


नैन रसीला जुलम करे है,

नैन रसीला जुलम करे है,

लेउँ नज़र उतारी,

रंगीलो मेरो बनवारी,

मोहनी मूरत प्यारी,

रंगीलो मेरो बनवारी ॥


खाटू में मंदिर रवि सन्मुख,

खाटू में मंदिर रवि सन्मुख,

जा की शोभा भारी,

रंगीलो मेरो बनवारी,

मोहनी मूरत प्यारी,

रंगीलो मेरो बनवारी ॥


मोहिनी मूरत प्यारी,

रंगीलो मेरो बनवारी,

मोहनी मूरत प्यारी ॥

नरसिंह द्वादशी के उपाय

हिन्दू पंचांग के अनुसार, फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी के दिन नरसिंह द्वादशी का पर्व मनाया जाता है जो कि इस साल 10 मार्च 2025, फाल्गुन, शुक्ल द्वादशी को पड़ रहा है।

माधो हम ऐसे, तू ऐसा - शब्द कीर्तन (Madho Hum Aise Tu Aisa)

हम पापी तुम पाप खंडन
नीको ठाकुर देसा

शिव स्तुति: आशुतोष शशाँक शेखर

आशुतोष शशाँक शेखर, चन्द्र मौली चिदंबरा,
कोटि कोटि प्रणाम शम्भू, कोटि नमन दिगम्बरा ॥

प्रदोष व्रत के खास उपाय क्या हैं?

प्रदोष व्रत भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित एक पवित्र व्रत है, जो हर महीने शुक्ल और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। जो शिव भक्तों के लिए विशेष रूप से फलदायी माना गया है।

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