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शनिवार को कष्ट कटे, मंगल हो मंगलवार(Saniwar Ko Kasht Kate Mangal Ho Mangalwar)

आ जाओ और किरपा पा लो,

हफ्ते में दो बार,

मेरे बजरंगी के द्वार,

मेरे बजरंगी के द्वार,

शनिवार को कष्ट कटे,

मंगल हो मंगलवार,

मेरे बजरंगी के द्वार,

मेरे बजरंगी के द्वार ॥


झूठे रिश्ते झूठे नाते,

झूठी दुनियादारी,

सुख के साथी सब है,

दुःख में ना कोई भागीदारी,

ऐसे वक़्त में मिल जाता है,

जीवन को आधार,

मेरे बजरंगी के द्वार,

मेरे बजरंगी के द्वार ॥


माया आनी जानी है,

तेरे साथ में कुछ ना जाए,

बजरंगी जो कृपा करें,

तेरी कश्ती पार लगाएं,

छोड़ दे सारी चिंता प्यारे,

चिंता है बेकार,

मेरे बजरंगी के द्वार,

मेरे बजरंगी के द्वार ॥


नाम है प्यारा बजरंगी का,

जनम सुधारे तेरा,

सुबह शाम तू रट ले प्यारे,

जब जब दुःख ने घेरा,

‘मीतू’ ने जो सपने देखे,

हो गए वो साकार,

मेरे बजरंगी के द्वार,

मेरे बजरंगी के द्वार ॥


आ जाओ और किरपा पा लो,

हफ्ते में दो बार,

मेरे बजरंगी के द्वार,

मेरे बजरंगी के द्वार,

शनिवार को कष्ट कटे,

मंगल हो मंगलवार,

मेरे बजरंगी के द्वार,

मेरे बजरंगी के द्वार ॥

फाग खेलन बरसाने आये हैं, नटवर नंद किशोर (Faag Khelan Barasane Aaye Hain Natwar Nand Kishore)

फाग खेलन बरसाने आये हैं,
नटवर नंद किशोर ।

मेरे सिर पर रख दो भोले(Mere Sar Par Rakh Do Bhole)

मेरे सिर पर रख दो भोले,
अपने ये दोनों हाथ,

बसंत पंचमी पूजा विधि

बसंत पंचमी के दिन विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा का विधान है। मान्यता है कि बसंत पंचमी के दिन विधिपूर्वक मां सरस्वती की पूजा करने से बुद्धि और सफलता का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस साल बसंत पंचमी 2 फरवरी को मनाई जाएगी।

कब है सकट चौथ

हिन्दू धर्म में सकट चौथ का एक महत्वपूर्ण धार्मिक अनुष्ठान माना गया है। यह मुख्य रूप से सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र, सुख-समृद्धि और परिवार की खुशहाली के लिए करती हैं। इस दिन भगवान गणेश और माता पार्वती की पूजा की होती है।

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