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संसार ने जब ठुकराया तब द्वार तेरे प्रभु आया(Sansaar Ne Jab Thukraya)

संसार ने जब ठुकराया

तब द्वार तेरे प्रभु आया ॥


मैने तुझे कभी ना ध्यया

तूने सदा सदा अपनाया

संसार ने जब ठुकराया ॥


मैं मद माया में झूला

तेरे उपकर को भूला

मैं मृग माया में झूला

तेरे उपकर को भूला


तूने कभी नही बिसराया

तूने सदा सदा अपनाया

मैं ही जाग भरमाया

तूने सदा सदा अपनाया

संसार ने जब ठुकराया ॥


संसार ने जब ठुकराया

तब द्वार तेरे प्रभु आया ॥


था नींद में सोया

शुभ अवसर हाथ से खोया

शुभ अवसर हाथ से खोया

जब लूट रही थी माया

तूने कितनी बार जगाया

संसार ने जब ठुकराया ॥


संसार ने जब ठुकराया

तब द्वार तेरे प्रभु आया ॥


जग में सब कुछ था तेरा

मैं कहता रहा मेरा मेरा

मैं कहता रहा मेरा मेरा

अब अंत समय जब आया

मैं मन मन ही पछताया

हरि शरण तुम्हारी आया

तब चरण मही चढ़ाया ॥


संसार ने जब ठुकराया

तब द्वार तेरे प्रभु आया ॥


संसार ने जब ठुकराया

तब द्वार तेरे प्रभु आया ॥

हर हाल में खुश रहना (Har Haal Me Khush Rehna)

हर हाल में खुश रहना, संतो से सीख जाएं ।
हर हाल में खुश रहना, संतो से सीख जाएं ।

कालाष्टमी की पौराणिक कथा

सनातन हिंदू धर्म में, कालाष्टमी का पर्व शक्ति, साहस, भक्ति और श्रद्धा का प्रतीक माना जाता है। ऐसी धार्मिक मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव के भैरव स्वरूप की उपासना करने से जातक के जीवन के सभी कष्ट खत्म हो जाते हैं।

माघ गुप्त नवरात्रि में क्या दान करें

सनातन हिंदू धर्म के वैदिक पंचांग के अनुसार, वर्तमान में माघ का पवित्र महीना चल रहा है। इस दौरान पड़ने वाली नवरात्रि को माघ गुप्त नवरात्रि के नाम से जाना जाता है।

चैत्र में चंद्र दर्शन के मुहूर्त

हिंदू धर्म में चंद्रमा को देवता समान माना जाता है और उनकी पूजा करने से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है। चंद्र दर्शन का विशेष महत्व अमावस्या के बाद पहली बार चंद्रमा के दर्शन करने से जुड़ा हुआ है।

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