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ॐ शंकर शिव भोले उमापति महादेव (Shankar Shiv Bhole Umapati Mahadev)

शंकर शिव भोले उमापति महादेव

शंकर शिव भोले उमापति महादेव

पालनहार परमेश्वर, विश्वरूप महादेव

पालनहार परमेश्वर, विश्वरूप महादेव

महादेव, महादेव, महादेव...


महेशम् सुरेशम सुरारती नाशम, सुरारती नाशम

विभूम विश्वनताम, विभुत्यांग भूषं

विभूम विश्वनताम, विभुत्यांग भूषं

तिरूपाक्षहमितवार कृपहुँ त्रिनेत्रम

तिरूपाक्षहमितवार कृपहुँ त्रिनेत्रम

सदानन्द निमें प्रभु पंचबद्रम

सदानन्द निमें प्रभु पंचबद्रम

नमस्ते नमस्ते विभोविश्वमूर्ते


शंकर शिव भोले उमापति महादेव

शंकर शिव भोले उमापति महादेव

पालनहार परमेश्वर, विश्वरूप महादेव

पालनहार परमेश्वर, विश्वरूप महादेव

महादेव, महादेव, महादेव...


तत्व जगतभवती देवभवस्मरारे

त्वयेव तिस्टति जगन मिड्ड विश्वनाथ

तत्व जगतभवती देवभवस्मरारे

त्वयेव तिस्टति जगन मिड्ड विश्वनाथ

त्वयेव गच्छति लयम् जगदीश्वर

लिंगात्मकम हारस्चरात चरः विश्वरूपिंग

नमस्ते नमस्ते तपो योग गम्याः


शंकर शिव भोले उमापति महादेव

शंकर शिव भोले उमापति महादेव

पालनहार परमेश्वर, विश्वरूप महादेव

पालनहार परमेश्वर, विश्वरूप महादेव

महादेव, महादेव, महादेव...


वृश्चिक संक्रांति का महत्व

वृश्चिक संक्रांति पौराणिक कथाओं के अनुसार एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योंहार है। यह हिंदू संस्कृति में सौर दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन भगवान सूर्य जी की पूजा के लिए विशेष माना होता है। वृश्चिक संक्रांति के समय सूर्य उपासना के साथ ही मंगल ग्रह शांति एवं पूजा करने से मंगल ग्रह की कृपा होती है।

बालाजी ने ध्याले तू: भजन (Balaji Ne Dhyale Tu)

मंगलवार शनिवार,
बालाजी ने ध्याले तू,

दर्शन दिया, मुझे दर्शंन दिया(Darshan Diya Ho Mujhe Darshan Diya)

भोले शंकर भोले,
तुझे पूजे दुनिया सारी रे,

जीवित्पुत्रिका व्रत, शुभ मुहूर्त, महत्व, पूजा विधि

भारत में विभिन्न त्योहारों और व्रतों का महत्व है, जिनमें से एक जीवित्पुत्रिका व्रत है। इसे जीतिया व्रत के नाम से भी जाना जाता है। यह व्रत माताएं अपनी संतान की लंबी उम्र और सुखी जीवन के लिए रखती हैं।