नवीनतम लेख

शिव उठत, शिव चलत, शिव शाम-भोर है। (Shiv Uthat Shiv Chalat Shiv Sham Bhor Hai)

शिव उठत, शिव चलत, शिव शाम-भोर है।

शिव बुद्धि, शिव चित्त, शिव मन विभोर है॥ ॐ ॐ ॐ...


शिव रात्रि, शिव दिवस, शिव स्वप्न-शयन है।

शिव काल, शिव कला, शिव मास-अयन है॥ ॐ ॐ ॐ...


शिव शब्द, शिव अर्थ, शिवहि परमार्थ है।

शिव कर्म, शिव भाग्य, शिवहि पुरुषार्थ है॥ ॐ ॐ ॐ...


शिव स्नेह, शिव राग, शिवहि अनुराग है।

शिव कली, शिव कुसुम, शिवहि पराग है॥ ॐ ॐ ॐ...


शिव भोग, शिव त्याग, शिव तत्व-ज्ञान है।

शिव भक्ति, शिव प्रेम, शिवहि विज्ञान है॥ ॐ ॐ ॐ...


शिव स्वर्ग, शिव मोक्ष, शिव परम साध्य है।

शिव जीव, शिव ब्रह्म, शिवहि आराध्य है॥ ॐ ॐ ॐ...

मीन संक्रांति की तिथि और मुहूर्त

मान्यता के अनुसार मीन संक्रांति तब मनाई जाती है जब भगवान सूर्य मीन राशि में प्रवेश करते हैं, और यह फाल्गुन मास की पूर्णिमा के दिन होता है।

करने वंदन चरणों में बजरंगी, दर पे हम तेरे रोज आएंगे - भजन (Karne Vandan Charno Me Bajrangi)

करने वंदन चरणों में बजरंगी,
दर पे हम तेरे रोज आएंगे,

तुम राम के पुजारी, हो बाल ब्रम्हचारी(Tum Ram Ke Pujari Ho Bal Brahmachari)

तुम राम के पुजारी,
हो बाल ब्रम्हचारी,

सूर्य प्रार्थना

प्रातः स्मरामि खलु तत्सवितुर्वरेण्यं रूपं हि मंडलमृचोऽथ तनुर्यजूंषि।
सामानि यस्य किरणाः प्रभवादिहेतुं ब्रह्माहरात्मकमलक्ष्यमचिन्त्यरूपम् ॥