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तेरे नाम की धुन लागी (Tere Naam Ki Dhun Lagi)

तेरे नाम की धुन लागी,

मन है तेरा मतवाला,

मैं तान हूँ मुरली की,

तू मोहन मुरली वाला ॥


तू ही मेरा स्वामी हैं,

तू ही है मेरा दाता,

भक्ति मेरा जीवन है,

भक्तो से तेरा नाता,

मैं तेरी शरण में हूँ,

तू हैं मेरा रखवाला,

मैं तान हूँ मुरली की,

तू मोहन मुरली वाला ॥


तुने मुझे भक्ति के,

सागर में डुबोया हैं,

टूटे हुए मोती को,

माला में पिरोया है,

मैं रूप हूँ मीरा का,

तू है मेरा गोपाला,

मैं तान हूँ मुरली की,

तू मोहन मुरली वाला ॥


तेरे नाम की धुन लागी,

मन है तेरा मतवाला,

मैं तान हूँ मुरली की,

तू मोहन मुरली वाला ॥

नन्द बाबा के अंगना देखो बज रही आज बधाई(Nand Baba Ke Angana Dekho Baj Rahi Aaj Badhai)

नन्द बाबा के अंगना देखो,
बज रही आज बधाई,

क्या लेके आया जग में क्या लेके जाऐगा (Kya Leke Aaya Bande Kya Leke Jayega)

क्या लेके आया बन्दे,
क्या लेके जायेगा,

चैत्र माह की पौराणिक कथा

नवरात्रि का अर्थ नौ रातें होता है, जो हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है। यह त्योहार साल में दो बार मनाया जाता है। चैत्र और शारदीय नवरात्रि। इस दौरान मां दुर्गा की पूजा आराधना की जाती है। उनके नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। चैत्र नवरात्र का खास महत्व है।

नवंबर-दिसंबर से लेकर साल 2025 तक यह हैं शादी के लिए सबसे शुभ मुहूर्त

हिन्दू धर्म में मुहुर्त का कितना महत्व है इस बात को समझने के लिए इतना ही काफी है कि हम मुहुर्त न होने पर शादी विवाह जैसी रस्मों को भी कई कई महिनों तक रोक लेते हैं।