नवीनतम लेख

वो कौन है जिसने हम को दी पहचान है (Wo Kon Hai Jisne Humko Di Pahachan Hai)

वो कौन है जिसने,

हम को दी पहचान है,

कोई और नहीं वो,

खाटू वाला श्याम है,

जिसकी रहमत से होता,

हर एक काम है,

जिसकी रहमत से होता,

हर एक काम है,

मेरा श्याम है,

मेरा श्याम है ।

वो कौन है जिसने,

हम को दी पहचान है,

कोई और नहीं वो,

खाटू वाला श्याम है ॥


हर चाहत पूरी कर दी,

दिल की आवाज को सुनकर,

फूलों की सेज सजा दी,

राहों से कांटे चुनकर,

ये किसकी कृपा से,

हर सुख हर आराम है,

मेरा श्याम है, मेरा श्याम है ।


वो कौन है जिसने,

हम को दी पहचान है,

कोई और नहीं वो,

खाटू वाला श्याम है ॥


मुझे याद है बीते दिन वो,

जब खुशियां थी ओझल सी,

हर दिन था दुःख से मिलना,

हर घड़ियाँ थी मुश्किल सी,

फिर किसने आकर,

उनको दिया विराम है,

मेरा श्याम है, मेरा श्याम है ।


वो कौन है जिसने,

हम को दी पहचान है,

कोई और नहीं वो,

खाटू वाला श्याम है ॥


कंकर को मोती कर दे,

पत्थर में फूल खिलाए,

इस जग में एक ही है जो,

मिटटी में नाव चलाए,

वो कौन है जो गिरते को,

लेता थाम है,

मेरा श्याम है, मेरा श्याम है ।


वो कौन है जिसने,

हम को दी पहचान है,

कोई और नहीं वो,

खाटू वाला श्याम है ॥


हमने तो वो भी पाया,

जो ना था हमारे हक़ में,

‘सोनू’ का नाम लिखा है,

तुमने ही आज फलक में,

ये किसकी बदौलत,

चेहरे पर मुस्कान है,

मेरा श्याम है, मेरा श्याम है ।


वो कौन है जिसने,

हम को दी पहचान है,

कोई और नहीं वो,

खाटू वाला श्याम है ॥


वो कौन है जिसने,

हम को दी पहचान है,

कोई और नहीं वो,

खाटू वाला श्याम है,

जिसकी रहमत से होता,

हर एक काम है,

जिसकी रहमत से होता,

हर एक काम है,

मेरा श्याम है,

मेरा श्याम है ।

वो कौन है जिसने,

हम को दी पहचान है,

कोई और नहीं वो,

खाटू वाला श्याम है ॥

श्री गणपत्यथर्वशीर्षम् स्तोत्रम्

ॐ भद्रं कर्णेभिः शृणुयामदेवाः भद्रं पश्येमाक्षभिर्यजत्राः।
स्थिरैरङ्गैस्तुष्टुवाꣳ सस्तनूभिःव्यशेम देवहितं यदायुः॥

प्यारे हनुमान एक काम कर दे (Pyare Hanuman Ek Kaam Kar De)

राम के दुलारे एक काम कर दे,
प्यारे हनुमान एक काम कर दे,

तू टेढ़ा तेरी टेढ़ी रे नजरिया - भजन (Tu Tedha Teri Tedhi Re Najariya)

तू टेढ़ा तेरी टेढ़ी रे नजरिया,
मै सीधी मेरी सीधी रे डगरिया,

मेरे घर आया राजा राम जी का प्यारा (Mere Ghar Aaya Raja Ram Ji Ka Pyara)

आज के दिवस की मैं जाऊं बलिहारा,
मेरे घर आया राजा राम जी का प्यारा,

यह भी जाने