बाबा का दरबार सुहाना लगता है (Baba Ka Darbar Suhana Lagta Hai)

बाबा का दरबार सुहाना लगता है,

भक्तों का तो दिल दीवाना लगता है ॥


हमने तो बड़े प्यार से कुटिया बनायीं है,

कुटिया में बाबा तेरी मूरत सजाई है,

अच्छा हमें तुमको सजाना लगता है,

भक्तों का तो दिल दीवाना लगता है ॥


बाबा का दरबार सुहाना लगता है,

भक्तों का तो दिल दीवाना लगता है ॥


रंग बिरंगे फूलो की लड़िया लगे प्यारी,

बालाजी तेरी सूरत हमे लागे बड़ी न्यारी,

अच्छा हमें तुझको मनाना लगता है,

भक्तों का तो दिल दीवाना लगता है ॥


बाबा का दरबार सुहाना लगता है,

भक्तों का तो दिल दीवाना लगता है ॥


हम तेरी राहों को पलकों से बुहारेंगे,

तुम ना आओगे तो बाबा तुम्हें पुकारेंगे,

अच्छा हमें तुझको बुलाना लगता है,

भक्तों का तो दिल दीवाना लगता है ॥


बाबा का दरबार सुहाना लगता है,

भक्तों का तो दिल दीवाना लगता है ॥


हम तेरी चोखट पे बाबा बिछ-बिछ जायेंगे,

कहते है भक्त तेरी महिमा गाएँगे,

अच्छा हमे रिश्ता निभाना लगता है,

भक्तों का तो दिल दीवाना लगता है ॥


बाबा का दरबार सुहाना लगता है,

भक्तों का तो दिल दीवाना लगता है ॥


बाबा का दरबार सुहाना लगता है,

भक्तों का तो दिल दीवाना लगता है ॥

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हम आये है तेरे द्वार,
गिरजा के ललना,

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