माँ गौरी के लाल गजानन(Maa Gauri Ke Lal Gajanan)

माँ गौरी के लाल गजानन,

आज आओ पधारो मेरे आँगन,

गौरी शंकर के लाल गजानन ॥


वीर गणपत उमापुत्र प्यारे,

सारी श्रष्टि है तेरे सहारे,

सारी श्रष्टि है तेरे सहारे,

मंगल मूर्ति है मूषक वाहन,

आज आओ पधारो मेरे आँगन,

मां गौरी के लाल गजानन,

आज आओ पधारो मेरे आँगन,

गौरी शंकर के लाल गजानन ॥


मंगल करता सिद्धिदाता विनायक,

बुद्धि प्रियवक्रतुंड मुक्तिदायक,

बुद्धि प्रियवक्रतुंड मुक्तिदायक,

भक्त नाचे बजाते है बाजन,

आज आओ पधारो मेरे आँगन,

मां गौरी के लाल गजानन,

आज आओ पधारो मेरे आँगन,

गौरी शंकर के लाल गजानन ॥


विघ्नहर्ता प्रभु विघ्नेश जी,

कष्ट काटों मेरे श्री गणेश जी,

कष्ट काटों मेरे श्री गणेश जी,

लिखते देवेन्द्र अमित मांगे मांगन,

आज आओ पधारो मेरे आँगन,

मां गौरी के लाल गजानन,

आज आओ पधारो मेरे आँगन,

गौरी शंकर के लाल गजानन ॥


माँ गौरी के लाल गजानन,

आज आओ पधारो मेरे आँगन,

गौरी शंकर के लाल गजानन ॥

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शनिदेव की पूजा कैसे करें?

हिंदू धर्म में शनिदेव को कर्मफलदाता कहा जाता है। इनके पास व्यक्ति के सभी कर्मों का लेखा-जोखा रहता है और उसी के हिसाब से व्यक्ति को शुभ और अशुभ परिणाम मिलते हैं। ऐसी मान्यता है कि इनकी पूजा-अर्चना करने से व्यक्ति को शनिदोष से छुटकारा मिल जाता है और जीवन में चल रही सभी परेशानियां भी दूर हो जाती है।

दिवाली से पहले हनुमान पूजा

हनुमान पूजा या जयंती को लेकर लोगों के मन में हमेशा संशय रहता है, क्योंकि साल में दो बार हनुमान जयंती मनाई जाती है।

जिनका मैया जी के चरणों से संबंध हो गया(Jinka Maiya Ji Ke Charno Se Sabandh Hogaya)

जिनका मैया जी के चरणों से संबंध हो गया
उनके घर में आनंद ही आनंद हो गया ॥

गजमुखं द्विभुजं देवा लम्बोदरं (Gajmukham Dvibhujam Deva Lambodaram)

गजमुखं द्विभुजं देवा लम्बोदरं,
भालचंद्रं देवा देव गौरीशुतं ॥

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