प्राणो से भी प्यारा, दादी धाम तुम्हारा (Prano Se Bhi Pyara Dadi Dham Tumhara)

प्राणो से भी प्यारा,

दादी धाम तुम्हारा,

दर्शन कर हो जाता,

ये जीवन सफल हमारा,

तूने सबको तारा,

सबका जीवन संवारा,

तेरे बिन कौन दादी,

हम भक्तों का सहारा ॥


अटके कभी जो नैया,

बने तू खिवैया,

कष्ट सभी के काटे,

मेरी मैया,

अंधियारे जीवन का,

माँ तुम ही हो उजियारा,

दर्शन कर हो जाता,

ये जीवन सफल हमारा ॥


आंसुओ को मेरे अपने,

आँचल से पोंछे,

ममता लूटाकर मैया,

हाल मेरा पूछे,

नित उठ दादी ध्याऊँ,

मैं एक नाम तुम्हारा,

दर्शन कर हो जाता,

ये जीवन सफल हमारा ॥


प्राणो से भी प्यारा,

दादी धाम तुम्हारा,

दर्शन कर हो जाता,

ये जीवन सफल हमारा,

तूने सबको तारा,

सबका जीवन संवारा,

तेरे बिन कौन दादी,

हम भक्तों का सहारा ॥

........................................................................................................
भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी के उपाय

भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण व्रत माना जाता है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने से सभी विघ्न समाप्त होते हैं और जीवन में शुभता आती है। धार्मिक मान्यता है कि इस व्रत को विधिपूर्वक करने से व्यक्ति की सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं।

सब कुछ मिला रे भोले, रहमत से तेरी(Sab Kuch Mila Re Bhole Rahmat Se Teri)

सब कुछ मिला रे भोले,
रहमत से तेरी

शिव जी की महिमा अपरम्पार है (Shivji Ki Mahima Aprampaar Hai)

शिव जी की महिमा अपरम्पार है,
आया शिवरात्रि का त्यौहार है,

Shri Guru Gorakhnath Chalisa (श्री गोरखनाथ चालीसा)

गणपति गिरजा पुत्र को । सुमिरूँ बारम्बार ।
हाथ जोड़ बिनती करूँ । शारद नाम आधार ॥

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने