ज्योत से ज्योत जगाते चलो (Jyot Se Jyot Jagate Chalo)

ज्योत से ज्योत जगाते चलो,

ज्योत से ज्योत जगाते चलो

प्रेम की गंगा बहाते चलो,

प्रेम की गंगा बहाते चलो

राह में आये जो दीन दुखी,

राह में आये जो दीन दुखी

सब को गले से लगते चलो,

प्रेम की गंगा बहाते चलो


जिसका ना कोई संगी साथी,

ईश्वर है रखवाला

जो निर्धन है जो निर्बल है,

वो है प्रभु का प्यारा

प्यार के मोती...ती...ती...

प्यार के मोती लुटाते चलो,

प्रेम की गंगा बहाते चलो

प्रेम की गंगा बहाते चलो


आशा टूटी, ममता रूठी,

छूट गया है किनारा

बंद करो मत द्वार दया का,

दे दो कुछ तो सहारा

दीप दया...या...या...

दीप दया का जलाते चलो,

प्रेम की गंगा बहाते चलो

प्रेम की गंगा बहाते चलो


छाया है चारों और अँधेरा,

भटक गयी है दिशाएं

मानव बन बैठा दानव,

किसको व्यथा सुनाएँ

धरती को...को...को...

धरती को स्वर्ग बनाते चलो,

प्रेम की गंगा बहाते चलो

प्रेम की गंगा बहाते चलो


ज्योत से ज्योत जगाते चलो,

ज्योत से ज्योत जगाते चलो

प्रेम की गंगा बहाते चलो,

प्रेम की गंगा बहाते चलो

राह में आये जो दीन दुखी,

राह में आये जो दीन दुखी

सब को गले से लगते चलो,

प्रेम की गंगा बहाते चलो

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दे दो अपनी पुजारन को वरदान माँ(Dedo Apni Pujarin Ko Vardan Maa)

दे दो अपनी पुजारन को वरदान माँ,
मैया जब तक जियु मैं सुहागन जियु,

बाँके बिहारी की बाँसुरी बाँकी (Banke Bihari Ki Bansuri Banki)

बाँके बिहारी की बाँसुरी बाँकी,
पे सुदो करेजा में घाव करे री,

1 से 7 जनवरी तक के व्रत और त्योहार

इस बार नए साल के पहले हफ्ते में कई व्रत-त्योहार पड़ने वाले हैं। इस बार नए साल की शुरुआत बुधवार के दिन हो रही है। ऐसे में भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करना अधिक शुभ रहेगा।

फाल्गुन में देवताओं की पूजा

माघ पूर्णिमा के बाद फाल्गुन माह की शुरुआत होती है। हिंदू पंचांग के अनुसार यह हिंदू वर्ष का अंतिम महीना होता है। इसके उपरांत हिन्दू नववर्ष आ जाएगा। फाल्गुन के महीने को फागुन का महीना भी कहा जाता है।

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