थारे बिन मैया कुण म्हारो है दादी(Thare Bin Maiya Kun Mharo Hai Dadi)

थारे बिन मैया कुण म्हारो है,

थारे बिण मैया कुण म्हारो है,

दादी थारो ही अब सहारो है,

दादी थारो ही अब सहारो है ॥


आज आओ मैया,

म्हा पे उपकार करो,

कष्ट हर लो अब सारा,

म्हारो उद्धार करो,

मैया सुनो आज अर्जी म्हारी,

करूँ आज अरदास दिल से थारी,

कोई ना म्हारो आज है,

काई से नाही आस है,

इक थारो ही है आसरो,

थारो है विश्वास है,

थारो है विश्वास है,

मनड़ो थाने ही अब पुकारयो है,

दादी थारो ही अब सहारो है,

दादी थारो ही अब सहारो है ॥


थारे दर पे म्हे आया,

मन में या आशा ल्याया,

आज तक थारी कृपा से ही,

काम सब होता आया,

माँ थारी शरण ही,

म्हे आवा हरदम,

लुटा दे तू खुशियां,

मिटा दे हर गम,

या जिंदगी की डोर मैया,

थारे ही हाथ है,

मिलेगी सारी खुशियां,

मिले जो थारो साथ है,

मिले जो थारो साथ है,

दास ‘अंकुश’ माँ थारो प्यारो है,

दादी थारो ही अब सहारो है,

दादी थारो ही अब सहारो है ॥


थारे बिन मैया कुण म्हारो है,

थारे बिण मैया कुण म्हारो है,

दादी थारो ही अब सहारो है,

दादी थारो ही अब सहारो है ॥

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भोले तेरे चरणों की (Bhole Tere Charno Ki)

भोले तेरे चरणों की,
गर धूल जो मिल जाए,

श्री गणपति महाराज, मंगल बरसाओ (Shree Ganpati Maharaj Mangal Barsao)

श्री गणपति महाराज,
मंगल बरसाओ,

महाशिवरात्रि 2025 कब है

सनातन हिंदू धर्म में, महाशिवरात्रि का विशेष महत्व है। हिंदू धर्म में महाशिवरात्रि भगवान शिव की आराधना का सबसे महत्वपूर्ण पर्व माना जाता है। यह पर्व हर वर्ष फाल्गुन मास की कृष्ण चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। आमतौर पर यह फरवरी या मार्च महीने में आती है।

करवा चौथ पूजा विधि (Karva Chauth Pooja Vidhi )

यह व्रत अति प्राचीन है। इसका प्रचलन महाभारत से भी पूर्व का है। यह व्रत सौभाग्यवती महिलाओं के लिए उत्तम माना गया है।

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